नई दिल्ली: कोरोना महामारी के संकटकाल में ऑक्सीजन, इंजेक्शन, दवा आदि दिलाने के नाम पर फ्रॉड जोरों शोरों से हो रहा है. ऐसे में दिल्ली पुलिस की टीम कोरोना कॉल सेंटर से लोगों को मदद उपलब्ध करा रही है. दिल्ली पुलिस के मुख्यालय में कोविड कॉल सेंटर पर बड़ी तादाद में धोखाधड़ी के शिकार लोगों के फोन आते हैं. कहीं कोई पेमेंट लेने के बाद भी सामान नहीं देता तो कोई पैसे लेकर गायब हो जाता है.
दिल्ली कोविड-19 कॉल सेंटर में मौजूद पुलिसकर्मी कॉल पर शख्स से पूरी जानकारी लेता है, एक्शन लेने की गारंटी के साथ ही सलाह भी देता है कि अब दोबारा से ऐसे किसी को पैसा नहीं देना है. दिल्ली पुलिस मुख्यालय में बनें इस कोविड-19 कॉल सेंटर में दिन भर यूं ही दिल्ली और NCR से कॉल्स आती हैं और प्रत्येक कॉल को बेहद संजीदगी से लिया जा रहा है. दरअसल, कोरोना की दूसरी लहर में कुछ इंसानियत के दुश्मन ऐसे हैं, जो इस मौके का नाज़ायज़ फायदा उठाकर कभी ऑक्सीजन के नाम पर, कभी दवा के नाम पर तो कभी एम्बुलेंस वाले चंद किलोमीटर के सफर के लिए आम जनता को ठग रहे हैं. लिहाजा राजधानी की पुलिस ने ऐसे लोगों से निपटने की भी तैयारी कर ली है.
दिल्ली पुलिस ने बाकायदा एक कॉल सेंटर स्थापित किया है और इस कॉल सेंटर की सहायता से अब तक 150 से ज्यादा ठगों को अरेस्ट किया है, साथ ही 150 से के लगभग धोखाधड़ी की प्राथमिकी दर्ज की है. दिल्ली पुलिस के स्पेशल कमिश्नर मुक्तेश चंद्र ने मीडिया को कॉल सेंटर दिखाते हुए बताया कि पहले हमने ये कॉल सेंटर लॉकडाउन के दौरान जनता को होने वाली समस्याओं से निजात दिलाने के लिए किया था. किन्तु जैसे-जैसे हमें जानकारी मिली कि धोखाधड़ी के मामले बढ़ने लगे हैं, हमने इस कॉल सेंटर में 11 नई फोन लाइन लगाकर ठगों और कालाबाजारी करने वालों पर शिकंजा कसने के लिए लोगों के लिए खोल दिया.
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