नई दिल्ली: उत्तर पूर्वी दिल्ली में नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) को लेकर फैली हिंसा में अब तक 17 लोगों की जान जा चुकी है जबकि 180 से अधिक लोग घायल हो चुके हैं. सोमवार से शुरू हुआ उपद्रवियों का तांडव मंगलवार को भी बदस्तूर जारी रहा. ताजा अपडेट ये है कि जाफराबाद से लेकर मौजपुर और इसके आसपास के अन्य क्षेत्रों सुरक्षा कड़ी कर दी गई है और कर्फ्यू लगा हुआ है. दिल्ली पुलिस हर गली मोहल्ले में जाकर पेट्रोलिंग कर रही है.
इसके साथ ही पूर्वी दिल्ली में हिंसा मामले पर आधी रात में 12.30 बजे दिल्ली उच्च न्यायालय के न्यायाधीश एस मुरली धर और अनूप भमभानी के घर सुनवाई हुई, जिसमें उच्च न्यायालय ने दिल्ली पुलिस को आदेश दिया कि वह मुस्तफ़ाबाद के एक नर्सिंग होम में भर्ती घायलों को पर्याप्त उपचार के लिए बड़े सरकारी जीटीबी अस्पताल पहुंचाने के लिए सुरक्षित रास्ता उपलब्ध कराए.
अदालत ने पुलिस को दोपहर सवा दो बजे तक कोर्ट में स्टेट्स रिपोर्ट दाखिल करने का आदेश दिया है. इसके अलावा उत्तर पूर्वी दिल्ली जिले के सभी निजी और सरकारी स्कूल नहीं खुलेंगे. आपको बता दें कि दिल्ली के शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने मंगलवार को ट्वीट करते हुए जानकारी दी थी कि बुधवार (26 फरवरी) को उत्तर पूर्वी दिल्ली जिले के तमाम स्कूल बंद रहेंगे.
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