नई दिल्ली : इंफाल में उग्रवादियों के साथ मुठभेड़ में मारे गए मेजर अमित देसवाल का पार्थिव शरीर आज दिल्ली पहुंच गया। आज ही हरियाणा के झज्जर में उनका अंतिम संस्कार होना है। मणिपुर के तामेंगलोंग के जंगलों में बुधवार को मजेर ने उग्रवादियों से लड़ते हुए अपनी जान गंवा दी थी। उनके पेट और सीने में दो गोलियां लगी थी।
आज पूरे सैनिक सम्मान के साथ झज्जर के सुरेहती गांव में उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। शहीद के शव को उनके फौजी पिता को सौंपा गया। मणिपुर के मुखऱ्यमंत्री इबोबी सिंह भी मेजर देसवाल को श्रद्धांजलि देने पहुंचे। इंफाल से भी मेजर देसवाल को पूरे सम्मान के साथ विदाई दी गई थी।
मेजर देसवाल ने जनवरी माह से ही इंफाल में ऑपरेशन इफाजत का जिम्मा संभाला था। उनकी अगुवाई में पूरी टीम एनएससीएन खापलांग गुट के सफाए में जुटी थी। 13 अप्रैल 2016 की शाम मणिपुर के तामेंगलोंग के जंगलों में एनएससीएन खापलांग गुट और जेडएनएफ के आतंकवादियों के घुसने की खबर मिली।
मेजर अमित देसवाल की अगुवाई में आर्मी के स्पेशल ग्रुप ने फौरन जंगलों में मोर्चा संभाल लिया। बुधवार रात में उग्रवादियों के झुंड के साथ आमने-सामने का एनकाउंटर तेज हो गया। एनकाउंटर में उग्रवादियों का सरगना मौके पर ही मारा गया जबकि पेट और सीने में दो गोलियां लगने से मेजर अमित देसवाल भी गंभीर रूप से घायल हो गए। जेटर देसवाल यूएन की पीसकीपिंग फोर्स में भी काम कर चुके थे।