नई दिल्ली : दिल्ली विकास प्राधिकरण ने पहले तो एक दिव्यांग को नौकरी दे दी लेकिन थोड़ी ही देर बाद उसे यह कहते हुये पद से मुक्त कर दिया कि आप विकलांग है, इसलिये आपको नौकरी नहीं दी जा सकती। यह मामला डाॅ. ऋषिराज भाटिया के साथ जुड़ा हुआ है।
बताया गया है कि दिल्ली विकास प्राधिकरण में नियुक्ति से पहले डाॅ. भाटी दिल्ली के जनसंपर्क विभाग में बतौर जनसंपर्क अधिकारी के रूप में कार्य कर चुके है। उन्हें दिल्ली सरकार के विकास प्राधिकरण में जनसंपर्क अधिकारी के रूप में नियुक्ति दी गई थी, बावजूद इसके थोड़ी देर बाद ही उन्हें विकलांग कहते हुये नौकरी से चलता कर दिया।
पीड़ित डाॅ. भाटी का कहना है कि उन्हें 20 वर्ष से अधिक दिल्ली के विभिन्न विभागों में कार्य करने का अनुभव है, बावजूद इसके उन्हें नौकरी पर नहीं रखना दिव्यांग होने का मजाक है। गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी दिव्यांगों को उचित सम्मान देने की बात करते है, लेकिन दिल्ली में किसी दिव्यांग के साथ इस तरह का मामला होना समझ से परे है। बताया गया है कि प्राधिकरण ने यह कहते हुये उन्हें पद मुक्त कर दिया कि वे विकलांग होने के कारण काम नहीं कर सकेंगे।
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