शुक्रवार को उत्तर 24 परगना जिले के मध्यमग्राम से मुख्यमंत्री ममता बनर्जी जिला दौरा शुरू करेंगी. इस दिन ममता मध्यमग्राम में प्रशासनिक बैठक भी करेंगी. नजरुल मंच हाल में होने वाली इस प्रशासनिक बैठक में शामिल होने के लिए विरोधी दल भाजपा सांसद, विधायक को किसी प्रकार का आमंत्रण नही मिला है, जबकि तृणमूल के सांसद विधायकों को लेकर यह बैठक की जाएगी. आइए जानते है पूरी जानकारी विस्तार से
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मीडिया रिपोर्ट के अनुसार उत्तर 24 परगना जिले में भाजपा के दो सांसद ( अर्जुन सिंह व शांतनु ठाकुर) और तीन विधायक (शुभ्रांशु राय, पवन सिंह और सुनील सिंह) हैं, ऐसे में सवाल उठता है कि विरोधी दल के जन प्रतिनिधियों को निर्वाचित करने के कारण क्या यहां की जनता राज्य सरकार के विकास कायरें से वंचित रह जाएगी ?भाजपा सांसद शांतनु ठाकुर ने आरोप लगाया कि ममता बनर्जी राज्य सरकार को अपनी पैतृक संपत्ति मानती है और उस मुताबिक उनका व्यवहार होता है. वह अकेले ही सब कुछ हैं। विरोधियों को कोई अहमियत नही देती हैं. उन्होंने सवाल उठाया कि तृणमूल के विरोधी पार्टी को जनता ने जनादेश दिया है, इसका मतलब यह नही है कि यहां की जनता को कुछ भी नही चाहिए?
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इसके अलावा गारुलिया के भाजपा विधायक सुनील सिंह ने आरोप लगाया कि बैठक में जन प्रतिनिधियों को नहीं बुलाकर मुख्यमंत्री ने भारतीय जनता पार्टी को विजयी बनाने वाली जनता का अपमान किया है. वह खुद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर एक तरफा निर्णय लेने का आरोप लगाती हैं, केंद्र की बुलाई गई बैठक में आमंत्रण मिलने पर भी वह शामिल नहीं होती है, वहीं अपने राज्य में प्रशासनिक बैठक में विरोधी को बुलाने की सौजन्यता तक वह नही दिखाई है. वह फेडरल स्ट्रक्चर का राग अलापती हैं लेकिन उनके फेडरल स्ट्रक्चर में विरोधियों का स्थान कहां है.
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