पटना। बुधवार को पटना में छात्र स्कॉलरशिप को लेकर सड़कों पर उतर आए। दलित छात्रों द्वारा किए गए प्रदर्शन के दौरान पथराव व पुलिस द्वारा लाठीचार्ज की गई, जिसमें कुल 7 पुलिस कर्मियों व 6 छात्रों समेत कुल 13 लोग घायल हो गए। पटना के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मनु महाराज ने बताया कि पुलिस पर किए गए पथराव में एक पुलिस निरीक्षक और 6 आरक्षी जख्मी हो गए।
घायल हुए छात्रों को इलाज के लिए पटना मेडिकल कॉलेज ले जाया गया। इस विरोध प्रदर्शन के लिए पूरे प्रदेश से इस विशेष समुदाय के छात्र एकत्रित हुए थे। ये सभी बिहार विधानसभा की ओर मार्च कर रहे थे। छात्रों पर किए घए लाठीचार्ज की गूंज बिहार विधानमंडल के सदनों तक भी पहुंच गई। बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष प्रेम कुमार, पूर्व सीएम जीतन राम मांझी, राष्ट्रीय लोकसमता दल के नेता ललन पासवान व आदि ने इसका विरोध किया।
इसके बाद मांझी, पासवान, प्रेम कुमार व सुशील कुमार मोदी समेत कई नेता पटना मेडिकल कॉलेज पहुंचे और घायल छात्रों से मुलाकात की। बीजेपी के नेता सुशील कुमार मोदी ने छात्रों पर हुए लाठीचार्ज की निंदा करते हुए मांग की कि दोषी पुलिसकर्मियों की पहचान क र उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए।
साथ ही बिना देरी किए छात्रों की छात्रवृत्ति में की गई कटौती को वापस लिया जाए। मोदी ने राज्य सरकार पर आरोप लगाया कि पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप को 1 लाख से घटाकर 15 हजार कर दिया गया है। इससे तकनीकी शिक्षण संस्थानों में पढ़ने वाले छात्रों को अपनी पढ़ाई बीच में ही छोड़नी पड़ी।