रांची: नक्सलियों के सफाए के लिए झारखंड में तैनात केंद्रीय रिजर्व पुलिस फोर्स (सीआरपीएफ) के जवानों ने आज मानवता की अद्भुत मिशाल पेश की है. मंगलवार को सीआरपीएफ की 133वीं बटालियन के एक जवान ने एक ऐसे नक्सली को अपना खून देकर, उसकी जान बचाई है, जो अपने साथियों के साथ जवानों की जान लेने के लिए झारखंड के ही एक गांव में छिपा हुआ था.
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इस नक्सली को सीआरपीएफ के जवानों ने एक एनकाउंटर के बाद जख्मी हालत में अवसर से गिरफ्तार कर लिया था. गिरफ्तारी के बाद सीआरपीएफ के जवानों ने पहले इन नक्सलियों को इलाज दिया, फिर बेहतर उपचार के लिए रांची के एक अस्पताल में रेफेर कर दिया था. सीआरपीएफ के महानिरीक्षक संजय आनंद लाठकर के मुताबिक, झारखंड के बंदगांव क्षेत्र में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के मध्य 29 जनवरी को एक एनकाउंटर हुआ था. इस एनकाउंटर में सीआरपीएफ के कोबरा कमांडो ने 5 नक्सलियों को ढेर कर दिया है. मारे गए नक्सलियों में 2 लाख रुपए का ईनामी नक्सली एरिया कमांडर प्रभु सहाय भी था. इसके अलावा, सीआरपीएफ ने मुठभेड़ स्थल से घायल अवस्था में 2 नक्सलियों को हिरासत में लिया है.
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सीआरपीएफ के आईजी संजय आनंद लाठकर ने जानकारी देते हुए बताया है कि, एनकाउंटर के बाद सीआरपीएफ की 209 कोबरा कमांडो टीम ने मुठभेड़ स्थल से भारी संख्या में हथियार भी बरामद किए थे. बरामद किए गए हथियारों में 2 एके 47 राइफल, 303 बोर की 2 राइफल, एक पिस्टल, 3 कंट्री मेड पिस्टल, एके-47 राइफल की 2 मैगजीन, कार्बाइन की एक मैगजीन, 264 कारतूस, 8 पिट्ठू बैग और भारी संख्या में असला बारूद शामिल था.
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