नई दिल्ली। कोविड की दूसरी लहर में तेजी से बढ़ते कोविड संक्रमण के केसों के मध्य राज्यों में वैक्सीन की कमी नज़र आ रही है। राज्यों की ओर से उठाए गए इस मुद्दे को देखते हुए अब केंद्र गवर्नमेंट ने जून में राज्यों को कोविड वैक्सीन उपलब्ध कराने का पूरा रोड मैप तैयार किया जा चुका है। केंद्र ने ये कदम इसलिए उठाया है, जिससे राज्यों को पहले से इस बात की सूचना रहे कि उन्हें टीके का कितना कोटा दिया जा रहा है। कोविन पोर्टल पर मौजूद अभी तक की सूचना के अनुसार 27 मई तक केंद्र की ओर से राज्यों को 22 करोड़ कोविड की डोज उपलब्ध कराई गईं थीं। इसमें से 20।1 करोड़ कोरोना वैक्सीन का उपयोग किया जा रहा है।
जंहा इस बात का पता चला है कि स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार हर दिन औसतन 20 लाख लोगों को वैक्सीन दी जाने वाली है । अभी तक सबसे अधिक कोविड वैक्सीन 3 से 9 अप्रैल के मध्य दी गई थीं, जब 2।4 करोड़ टीके लगाए गए थे। हालांकि, 22 से 28 मई के मध्य यह आंकड़ा घटकर 1।16 करोड़ पर आ गया। केंद्र गवर्नमेंट की ओर से 18 वर्ष के ऊपर के सभी व्यक्ति को इस साल के अंत तक कोविड वैक्सीन लगाने की बात कही गई है लेकिन मई माह में जिस तरह से 40 फीसदी तक कोरोना वैक्सीनेशन का ग्राफ गिरा है उससे दिक्कत बढ़ती हुई नज़र आ रही है।
केंद्र गवर्नमेंट ने राजस्थान, महाराष्ट्र, गुजरात, तमिलनाडु, मध्य प्रदेश, बिहार और पश्चिम बंगाल जैसे बड़े राज्यों को जून महीने के लिए 4 करोड़ खुराकें आवंटित की हैं। वहीं, उत्तर प्रदेश को कितनी वैक्सीन की डोज दी जाएगी इसकी जानकारी उपलब्ध नहीं कराई गई है। 45 वर्ष से ऊपर की आयु वर्ग वालों के लिए टीकाकरण का खर्च केंद्र गवर्नमेंट उठा रही है जबकि 18 से 44 साल की आयुवर्ग वालों के लिए राज्यों को खुद ही टीके खरीदने हैं।
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