तो क्या सच में कोरोना संक्रमण से बचा सकते हैं गिलोय-भाप और गर्म पानी, जानिए सच?
तो क्या सच में कोरोना संक्रमण से बचा सकते हैं गिलोय-भाप और गर्म पानी, जानिए सच?
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इस समय कोरोना संक्रमण ने पूरी दुनिया को परेशान किया हुआ है। लोगों के बीच इसने आतंक मचा दिया है और अब तक कई लोगों ने इसी के चलते तड़प-तड़प कर अपनी जान गंवा दी है। कोरोना संक्रमण की यह दूसरी लहर है और यह किसी को भी नहीं छोड़ रही है। बड़े से बड़ा नेता भी इसकी चपेट में आ रहा है और आम लोगों ने भी अब तक इसका सामना किया है और कर रहा है। कई लोगों ने मौत को गले लगा लिया तो कई लोग इससे लड़ाई लड़ रहे हैं। इस बीच सभी इससे बचने के लिए अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ा रहे हैं और इसके लिए कई तरह के जतन किये जा रहे हैं। कुछ लोगों का कहना है भाप लेने से कोरोना संक्रमण नहीं होगा, कुछ लोगों का कहना है काढ़ा-गिलोय पीने से कोरोना संक्रमण नहीं होगा, कुछ लोगों का कहना है सूर्य का प्रकाश लेने से कोरोना संक्रमण नहीं होगा तो कुछ लोगों का कहना है दवाई लेते रहने से कोरोना संक्रमण नहीं होगा। इस तरफ की कई बातें हैं जो इस समय सोशल मीडिया पर चल रही है लेकिन क्या यह वाकई में कारगर है या फिर बस यूँ ही चलाई जा रही है। आज हम आपको इसके बारे में बताने जा रहे हैं आइए जानते हैं।

भाप लेना- कई सोशल मीडिया पोस्ट में यह कहा जा रहा है कि 10 से 15 मिनट तक भाप लेने से कोरोना संक्रमण का खात्मा हो जाएगा और वह हमारे फेफड़ों में प्रवेश नहीं कर पाएगा। अब अगर इसके पीछे की सच्चाई के बारे में बात करें तो CDC (Centers for Disease Control and Prevention) का कहना है कि स्टीम लेना कोरोना काल में जोखिम भरा हो सकता है। जी दरअसल आज तक ऐसा कोई भी प्रमाण नहीं मिला है जिसे देखकर यह कहा जा सके कि भाप लेने से कोरोना संक्रमण का अंत हो जाता है। वहीं जीव विज्ञान विभाग के डॉ. बेंजामिन नीमन का यह मानना है कि भाप लेने के कारण फेफड़ों और वायुमार्ग को नुकसान हो सकता है। वहीं दूसरी तरफ WHO ने भी इस बारे में कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है। कई लोग दिन में 2-3 बार भाप ले रहे हैं जो घातक साबित हो सकता है। कोरोना से बचाव के लिए भाप फायदेमंद नहीं है लेकिन हाँ, अगर आपको सर्दी हुई है या सांस लेने में परेशानी हो रही है तो आप भाप ले सकते हैं। क्योंकि इससे हमारी नाक और गले में मौजूद म्यूकस (जिससे कफ बनता है) पतला हो जाता है और हमें सांस लेने में आराम मिलता है।

गर्म पानी- कई लोगों को लगता है कि दिन में दो बार गर्म पानी के सेवन से कोरोना संक्रमण को अपने पास आने से रोका जा सकता है। सोशल साइट्स पर कई ऐसी पोस्ट वायरल हो रहीं हैं जिनमे यह दावा किया जा रहा है हालाँकि इसका कोई प्रमाण नहीं है। गर्म पानी पीने से कोरोना संक्रमण को खत्म नहीं किया जा सकता है लेकिन हाँ इसके कुछ फायदे जरूर होते हैं। जैसे- सर्दी-जुकाम से राहत दिलाता है, बॉडी डिटॉक्‍स करता है, जवान बनाए रखता है, बालों के लिए फायदेमंद होता है, पेट को अच्छा रखता है और ब्‍लड के सर्कुलेशन को भी बेहतर रखता है। गर्म पानी को पीने के यह गजब के फायदे हैं लेकिन इससे कोरोना संक्रमण से मुक्ति मिलेगी इसका कोई प्रमाण नहीं है। खैर गर्म पानी पीने के फायदे हैं तो नुकसान भी है। जी दरअसल आयुर्वेद एक्सपर्ट गीतांजलि शर्मा कहती हैं पानी को गर्म करने से उसके मिनरल्स खत्म हो जाते हैं। पानी से पोटेशियम उड़ जाता है इस वजह से यह घातक होता है। इसी के साथ ही अगर ये पानी लोहे के नल से निकल कर आ रहा है तो इसमें लैड मिल जाता है जो कि पेट में जाकर बहुत नुकसान करता है।

काढ़ा- कोरोना संक्रमण के इस दौर में लोगों को काढ़ा पीने की सलाह दी जा रही है। कहा जा रहा है यह हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है। ऐसे में लोग दिन में एक बार की जगह दो से तीन बार काढ़ा बनाकर पी रहे हैं जो बिलकुल भी सही नहीं है। काढ़े से कोरोना संक्रमण का अंत नहीं होता है लेकिन हाँ यह हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता को जरूर बढ़ाता है। ध्यान रहे काढ़ा बनाने के लिए आप उन्ही चीजों का इस्तेमाल करें तो आयुष मंत्रालय ने बताई है। आयुष मंत्रालय के अनुसार तुलसी पत्ती, दालचीनी, काली मिर्च, सौंठ, मुनक्का, गुड़ और नींबू डालकर आप काढ़ा या हर्बल टी बना सकते हैं। इससे आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता में सुधार होगा और कुछ हद तक आप कोरोना संक्रमित होने से बचे रहेंगे।

गिलोय का सेवन- कई प्रकार की सोशल मीडिया पोस्ट में यह दावा किया जा रहा है कि गिलोय को उबालकर पीने से कोरोना संक्रमण से बचा जा सकता है, हालाँकि इस बात का कोई प्रमाण नहीं है। गिलोय पीने के कई फायदे हैं लेकिन यह कोरोना संक्रमण का इलाज नहीं है। अगर हम गिलोय से होने वाले फायदों के बारे में बात करें तो यह हमारे शरीर में पाए जाने वाले स्वस्थ सेल्स को सुरक्षित रखती है और इसमें एंटी-ऑक्सीडेंट्स होने के कारण ये शरीर को क्षति पहुंचाने वाले फ्री रैडिकल्स से भी लड़ने में कारगर है। गिलोय सर्दी-जुकाम, बुखार, कफ-टॉन्सिल जैसी समस्याओं को कम करने के लिए रामबाण मानी जाती है। गिलोय को आप सर्दी-जुकाम से लेकर बुखार तक में पी सकते हैं लेकिन इससे कोरोना संक्रमण का खात्मा हो सकता है इसका अब तक कोई प्रमाण सामने नहीं आया है और ना ही WHO की तरफ से इस बारे में कुछ कहा गया है।

सूर्य की रोशनी - कई ऐसी पोस्ट भी वायरल हो रही है जिनमे यह कहा जा रहा है कि कोरोना के मरीजों को 1 से 2 घंटे की धुप दी जा रही है जिससे वह कोरोना संक्रमण से मुक्त हो सके, हालाँकि इस बात का भी कोई प्रमाण नहीं है। धुप हमारे शरीर के लिए जरुरी है लेकिन इससे कोरोना संक्रमण का खात्मा नहीं किया जा सकता है। धूप से हमारे शरीर को कई तरह के फायदे होते हैं, जैसे - ठंड से सिकुड़े शरीर को गर्माहट देना, शरीर में हड्डी की मजबूती के लिए जरुरी, व्यक्ति दिमागी रूप से स्वस्थ होता है, मधुमेह तथा हृदय रोग काबू में रहते हैं, रोग प्रतिरोधक शक्ति में BDHT होती है। यह सभी चीजें कोरोना काल में जरुरी है और इसी के चलते धुप लेने के लिए कहा जाता है। शरीर को हर दिन 10 से 15 मिनट की धुप जरुरी है लेकिन इससे यह सिद्ध नहीं होता है कि कोरोना संक्रमण का अंत हो जाएगा या फिर कोरोना संक्रमण हमे नहीं होगा।

दवाइयां - कई लोग कोरोंस संक्रमण के दौर में दवाइयों पर निर्भर है वह भी बिना परामर्श वाली। कई लोग ऐसे हैं जो कोरोना संक्रमण के लक्षण दिखने पर आम दवाइयों का सेवन कर रहे हैं और यह समझ रहे हैं कि इससे वह ठीक हो जाएंगे, हालाँकि ऐसा नहीं है। कोरोना संक्रमण के दौरान कोई दवाई कारगर नहीं है। अगर आप कोरोना संक्रमित है या आपके अंदर कोरोना संक्रमण के लक्षण है तो आपको अपने डॉक्टर से परामर्श लेने के बाद ही किसी भी प्रकार की दवा का सेवन करना चाहिए वरना आपके शरीर को बड़े नुकसान हो सकते हैं और इन्ही नुकसानों के चलते आपकी जान को भी खतरा हो सकता है। कोरोना संक्रमण के लक्षण अगर आपके शरीर में हैं तो आपको सबसे पहले अपना टेस्ट करवाना चाहिए और उसके बाद डॉक्टर के कहे अनुसार दवाइयों का सेवन करना चाहिए।

निष्कर्ष- इन सभी कार्यों को करने से संक्रमण से बचा नहीं जा सकता है, लेकिन हाँ अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता को जरूर बढ़ाया जा सकता है जो कोरोना संक्रमण से लड़ने के लिए जरुरी है।

नोट: यह कथन सोशल मीडिया पर शेयर किये जा रहे दावों और पोस्ट के आधार पर लिखे गए हैं

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