हरियाणा में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोना प्रभावित जिलों में फरीदाबाद और सोनीपत को टॉप पर रखा है. दोनों ही जिले रेड जोन में शामिल किए गए हैं. फरीदाबाद में तो लगातार केस आ ही रहे हैं, सोनीपत नया हॉटस्पॉट बना है. बीते दिनों में यहां ज्यादा केस आएं है. इसके चलते ही फरीदाबाद, सोनीपत व दिल्ली से लगते अन्य बॉर्डर को हरियाणा ने पूरी तरह सील कर दिया है.
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आपकी जानकारी के लिए बता दे कि पलवल, नूंह और गुरुग्राम भी कोरोना हॉटस्पॉट बने हुए हैं, लेकिन केस की रफ्तार पहले के मुकाबले कम होने पर इन जिलों को ऑरेंज जोन में रखा गया है. अंबाला, यमुनानगर, कुरुक्षेत्र, करनाल, पानीपत, कैथल, जींद, सिरसा, झज्जर, फतेहाबाद, रोहतक, चरखी दादरी, पंचकूला, भिवानी व हिसार भी ऑरेंज जोन में ही हैं. प्रदेश में दो जिले महेंद्रगढ़ व रेवाड़ी सबसे सेफ हैं. यहां कोरोना का प्रभाव नहीं है. दोनों जिले ग्रीन जोन में शामिल हैं. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की सचिव आईएएस प्रीति सूदन ने 30 अप्रैल को मुख्य सचिव को लिखे पत्र के साथ अलग-अलग जोन में शामिल जिलों की सूची भी भेजी है. उन्होंने कहा है कि राज्य सरकार अपने स्तर पर फील्ड फीडबैक जुटाकर आंकड़ों के आधार पर और जिलों को रेड, ऑरेंज व ग्रीन जोन में शामिल कर सकती है, लेकिन किसी जिले को अपनी मर्जी अनुसार जोन से बाहर नहीं निकाल सकती. इसका निर्णय केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय कोरोना को लेकर राज्य की ओर से मिलने वाले फीडबैक के आधार पर लेगा.
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अगर आपको नही पता तो बता दे कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय रेड, ऑरेंज व ग्रीन जोन कोरोना के कुल केस, नए केस व केस की डबलिंग को मद्देनजर रखते हुए बना रहा है. रिकवरी केस बढ़ने पर जिले रेड से ऑरेंज व ग्रीन जोन में शामिल हो किए जा रहे हैं. जिन जिलों में बीते 21 दिन से कोई नया केस नहीं आया है, उन्हें ग्रीन जोन में रखा गया है. मंत्रालय ने साफ किया है कि रेड जोन की लिस्ट सप्ताह व उससे पहले भी संशोधित की जा रही है. इसे राज्य से प्राप्त रिपोर्ट के आधार पर ही परिवर्तित कर रहे हैं. मुख्य सचिव को निर्देश दिए गए हैं कि वे कंटेनमेंट व बफर जोन में केंद्रीय गृह मंत्रालय के दिशा-निर्देशों को कड़ाई से लागू करें ताकि कोरोना की चेन को तोड़ा जा सके.
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