कोरोना संकट और लॉकडाउन के बीच छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) से गुरुवार को कोरोना वायरस से संक्रमित एक गर्भवती महिला समेत दो मरीजों को इलाज के बाद छुट्टी दे दी गई. राज्य में अब तक कोरोना वायरस से संक्रमित 36 लोगों को इलाज के बाद छुट्टी दे दी गई है, वहीं दो मरीजों का इलाज किया जा रहा है.
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इस मामले को लेकर अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, रायपुर के अधिकारियों ने बताया कि कोरबा जिले के कटघोरा शहर की एक महिला मरीज समेत दो रोगियों की लगातार दूसरी जांच रिपोर्ट में संक्रमण नहीं होने की पुष्टि के बाद उन्हें गुरुवार सुबह छुट्टी दे दी गई. अधिकारियों ने बताया कि रोगियों में एक गर्भवती महिला और उसका भाई है. उन्होंने बताया कि शेष दो रोगियों, जिनमें एक एम्स रायपुर का नर्सिंग स्टाफ भी शामिल है, की हालत स्थिर बनी हुई है. उनका इलाज आईसीएमआर के प्रोटोकॉल के अनुसार किया जा रहा है. दूसरे मरीज को सूरजपुर से लाया गया है. एम्स रायपुर के नर्सिंग कर्मी में कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि होने के बाद उन्हें पृथक वार्ड में भर्ती कराया गया है. राज्य में किसी स्वास्थ्य कर्मी के कोरोना वायरस से संक्रमित होने का यह पहला मामला है.
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आपकी जानकारी के लिए बता दे कि छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले का कटघोरा शहर राज्य में कोरोना वायरस संक्रमण का हॉटस्पॉट बना हुआ है. यहां से 27 मरीजों में कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि की गई है. हालंकि, 16 अप्रैल के बाद से यहां से अभी तक किसी भी व्यक्ति में कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि नहीं हुई है. वहीं, जिन 27 लोगों में संक्रमण था उन्हें इलाज के बाद छुट्टी दे दी गई है.
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