लॉकडाउन के बीच सरकार ने इतने वेंटीलेटर्स का दिया ऑर्डर
लॉकडाउन के बीच सरकार ने इतने वेंटीलेटर्स का दिया ऑर्डर
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लॉकडाउन 2 में वायरस के प्रभाव को रोकने के लिए सरकार ने 60,884 वेंटीलेटर्स का ऑर्डर दिया है. इनमें से 59,884 का उत्पादन देश में ही किया जाएगा और सिर्फ एक हजार वेंटीलेटर्स का ही आयात किया जाएगा. इस कदम का मकसद कोविड-19 से लड़ाई में आवश्यक चिकित्सा उपकरणों का देश में ही निर्माण को बढ़ावा देना है. अधिकार प्राप्त समूह-3 के अध्यक्ष और फार्मा सचिव पीडी वघेला ने शुक्रवार को बताया कि वर्तमान में देश में 19,398 वेंटीलेटर्स उपलब्ध हैं. उन्होंने बताया कि भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (स्कनरे के सहयोग से) को 30 हजार, एजीवीजी (मारुति सुजुकी के सहयोग से) को 10 हजार और एएमटीजेड (एपी मेडटेक जोन) को 13,500 वेंटीलेटर्स का ऑर्डर दिया गया है. ज्ञात हो कि स्वास्थ्य मंत्रलय ने जून तक 75 हजार वेंटीलेटर्स की मांग का अनुमान व्यक्त किया है.

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अपने बयान में वघेला ने बताया कि देश में ऑक्सीजन और ऑक्सीजन सिलेंडर पर्याप्त उपलब्ध हैं. देश में ऑक्सीजन उत्पादन की क्षमता 6,400 मीटिक टन की है और इसमें से करीब एक हजार मीटिक टन का इस्तेमाल मेडिकल ऑक्सीजन के तौर पर किया जाता है. उन्होंने बताया कि देश में ऑक्सीजन के पांच बड़े और 600 छोटे उत्पादक हैं. करीब 409 अस्पतालों में खुद ऑक्सीजन उत्पादन की क्षमता है और देश में 1,050 क्रायोजेनिक टैंकर उपलब्ध हैं.

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इसके अलावा वघेला ने बताया कि, ‘देश में चार लाख से ज्यादा ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध हैं जो वर्तमान जरूरतों के मुताबिक पर्याप्त हैं. एक लाख से ज्यादा सिलेंडरों का ऑर्डर दिया जा चुका है और औद्योगिक ऑक्सीजन को मेडिकल ऑक्सीजन में तब्दील किया जा रहा है.’ इसके अलावा 60 हजार सिलेंडरों में बदलाव का ऑर्डर भी दिया जा चुका है.

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