नई दिल्ली: भारत में कोरोना की तीसरी लहर ने दस्तक दे दी है। महामारी को रोकने के लिए वैक्सीन को सबसे बड़ा रक्षक माना जा रहा है। इसी वजह से सरकार ने नए वर्ष में किशोरों के लिए टीकाकरण का आरम्भ किया है। दूसरी तरफ कुछ शरारती तत्व अफवाह फैलाने से बाज नहीं आ रहे हैं। ऐसी ही एक अफवाह है कि वैक्सीन लगवाने से महिलाऐं बांझपन का शिकार हो सकती हैं। सरकार ने इस अफवाह का खंडन किया है।
वही वैक्सीन को लेकर ऐसी अफवाहें कोई नई बात नहीं है। पोलियो के टीके को लेकर भी इस प्रकार कि अफवाहें बहुत होती थीं। पोलियो बीमारी को ख़त्म करने के लिए विश्व भर में बड़े लेवल पर टीकाकरण को अंजाम दिया गया है। वह कोरोना से पहले की दुनिया का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान है। उस वक़्त भी भारत सहित कई देशों में ऐसी बेबुनियाद बातें फैलाई गईं कि पोलियो टीके महिलाओं को बांझ बनाते है।
एक वीडियो में #Covid19 और इसकी वैक्सीन से जुड़े कई फर्जी दावे किए जा रहे हैं#PIBFactCheck
— PIB Fact Check (@PIBFactCheck) January 6, 2022
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▪️ देश में लगाई जा रही सभी वैक्सीन सुरक्षित हैं
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वही कोरोना कि वेक्सीन को लेकर फैलाई जा रही अफवाह का खंडन करते हुए PIB फैक्टचेक ने ट्वीट किया है। पीआईबी ने कहा, एक वीडियो में कोरोना तथा इसकी वैक्सीन से संबंधित कई फर्जी दावे किए जा रहे हैं। ऐसी भ्रामक वीडियो या मैसेज साझा नहीं करें। देश में लगाई जा रही सभी वैक्सीन सुरक्षित हैं। ऐसे फेक संदेशों को फैक्ट चेक के लिए हमारे साथ शेयर करें। आपको बता दें कि देश में लगाए जा रहे टीके को WHO भी सुरक्षित मानता है। ऐसे भ्रम फैलाने वाली बातों पर ध्यान न देकर व्यक्तियों को तुरंत टीकाकरण करवाना चाहिए। यह न केवल कोरोना पर लगाम लगाने का उपाय है बल्कि कोरोना के खिलाफ शरीर को लड़ने में सक्षम बनाता है।
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