मेडक : तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव द्वारा करवाए गए धार्मिक अनुष्ठान को लेकर प्रश्न उठाए गए। धार्मिक अनुष्ठान में करोड़ों रूपयों का खर्च आया है। मुख्यमंत्री चंद्रशेखर राव ने स्वीकार किया है कि यज्ञ में 7 करोड़ रूपए का खर्च आया है। इस मामले में उन्होंने यह यह स्पष्ट कर दिया गया कि राज्य सरकार के सिर पर इस तरह का बिल नहीं मढ़ा जाएगा। दूसरी ओर चंद्रशेखर राव ने कहा कि यज्ञ के लिए रिश्तेदार व दोस्त महत्वपूर्ण कार्य में आगे आए थे। उनके अकाउंट से इसका खर्चा वहन किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री द्वारा स्पष्टतौर पर कहा गया है कि सरकार के खर्चे का पैसा नहीं लिया गया है। दूसरी ओर आरटीसी बस और जेनेरेटर का खर्च भी उनके द्वारा अपनी जेब से वहन किया गया है। दरअसल 5 दिवसीय यज्ञ का यह आयोजन के. चंद्रशेखर राव के मेडक फार्महाउस पर हुआ। इस यज्ञ के लिए 108 प्लैटफाॅर्म तैयार किए गए। 1500 पुजारियों को इस यज्ञ में निमंत्रित किए जाने की बातें कही गई हैं।
करीब 50 हजार लोग इस आयोजन में मेहमान के तौर पर सामने आए। इस यज्ञ में महामहिम राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी व विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्रियों और राज्यपालों को सम्मिलित किया गया है। दरअसल सरकार के इस आयोजन पर इसलिए भी सवाल उठाए जा रहे हैं क्योंकि समारोह के आयोजन स्थल से करीब 10 किलोमीटर की दूरी पर पिरलापल्ली गांव में एक किसान ने फसल बर्बादी से परेशान होकर आत्महत्या कर ली थी।
दरअसल यह किसान अपना कर्जा नहीं चुका पा रहा था। सरकार द्वारा उसके परिवार को निराश कर दिया गया है। सरकार द्वारा इन्हें आश्वासन दिया गया था मगर इसके बाद भी इन्हें घर और पेंशन दोनों ही नहीं मिले।