आजकल देश में विवादित बयान देने का एक दौर चल निकला है, इसी दौर में एक बार फिर केरल में ऐसा ही हिंसात्मक बयान देने के मामले में एक केस दर्ज हुआ है, जिसके अनुसार विश्व हिन्दू परिषद् की नेता साध्वी सरस्वती पर भड़काऊ भाषण देने के लिए मुकदमा दर्ज कर लिया गया, साध्वी ने कासारागोड में एक सभा को सम्बोधित करते हुए ये भाषण दिया था.
साध्वी सरस्वती ने 27 अप्रेल को एक सभा को सम्बोधित करते हुए खुले आम अपने बयान में कहा कि 'जिहादियों को काटने के लिए हिन्दुओं को तलवारें अपने पास रखनी चाहिए, साथ ही अगर कोई गौ हत्या करे तो उसके लिए भी सभी हिन्दू अपने पास तलवार रखे.' साध्वी पर इस तरह के भड़कीले भाषण देने का आरोप हमेशा से लगते रहे है.
इस भाषण के लिए साध्वी पर सेक्शन 295A, 153A और IPC 506 के तहत मामला दर्ज किया गया है. साध्वी जिस सभा में भाषण दे रही थी उसमें बडियाडुक्की पंचायत के अध्यक्ष और कांग्रेस नेता के एन कृष्णा भाट मौजूद थे. साध्वी मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा की रहने वाली है, वर्तमान में साध्वी सनातन धर्म प्रचार सेवा समिती की अध्यक्ष भी है. इस तरह इस पद पर बैठे किसी व्यक्ति के द्वारा इस तरह के भाषण देना बिलकुल भी शोभा नहीं देता. भारत जैसे देश में सभी को अपने विचार रखने का पूरा हक़ है लेकिन विचार की भाषा मर्यादा में रहे तो ही अच्छा है.
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