श्रीनगर: जम्मू के सुजवां मिलिट्री स्टेशन के पास सुजवां में हुए आतंकी हमले को DGP दिलबाद सिंह ने पीएम नरेंद्र मोदी के दौरे से पहले अराजकता फैलाने की साजिश करार दिया है। उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है कि पीएम मोदी के दौरे से पहले व्यवस्था बिगाड़ने के लिए इस घटना को अंजाम दिया गया था। बता दें कि आज सुबह पौने 4 बजे आतंकियों ने CISF की बस पर हमला कर दिया था, जिसमें एक जवान शहीद हो गया है, जबकि 11 लोग जख्मी हुए हैं। इसके बाद सुरक्षा बलों की तरफ से फ़ौरन कार्रवाई की गई और दोनों हमलावर आतंकियों को घेर कर मार डाला गया। पीएम मोदी के दौरे से पहले इस हमले के बाद सुरक्षा एजेंसियां चौकन्नी हो गई हैं और शाम को एक बैठक बुलाई गई है।
जम्मू कश्मीर के DGP दिलबाग सिंह ने कहा कि जिस स्थान पर यह आतंकी हमला हुआ है, वहां से सिर्फ 20 किमी दूर स्थित सांबा जिले के पाली में ही रविवार को पीएम मोदी का कार्यक्रम है। हालांकि पुलिस अधिकारी ने इस बात को लेकर संतोष जाहिर किया है कि आतंकियों के हमले का सुरक्षा बलों ने फ़ौरन मुस्तैदी के साथ जवाब दिया और उन्हें मार गिराया। दिलबाग सिंह ने कहा कि ऐसा लगता है कि ये दोनों आतंकी फिदायीन हमलावर थे। उन्होंने कहा, 'हमारी रिपोर्ट्स के अनुसार दोनों आतंकी जैश-ए-मोहम्मद के थे और पाकिस्तान के निवासी थे।'
DGP ने आगे कहा कि ऐसा लगता है कि इन आतंकियों को सुरक्षा बलों और उनके ठिकानों पर हमले के लिए ट्रेनिंग दी गई थी। उन्होंने अपने शरीर पर विस्फोटक बांध रखे थे। इससे अनुमान लगता है कि उनकी योजना थी कि सुरक्षा बलों और उनके ठिकानों को नुकसान पहुंचने के लिए वे अपने आप को उड़ा लें। उन्होंने बताया कि पीएम मोदी की विजिट से पहले यह जम्मू में अशांति फैलाने का षड़यंत्र था।
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