कांग्रेस का महापौर तो भाजपा का सभापति, ऐसी रही परिषद की चाल
कांग्रेस का महापौर तो भाजपा का सभापति, ऐसी रही परिषद की चाल
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ग्वालियर/ब्यूरो। नगर निगम परिषद में सभापति का चुनाव 1 वोट से हारने को कांग्रेस ने गंभीरता से लिया है। कांग्रेस की ओर से क्रॉस वोटिंग हुई है। इसकी जांच के लिए पूर्व मुख्यमंत्री व PCC चीफ कमल नाथ ने दो सदस्यी जांच दल गठित किया है। यह जांच दल ग्वालियर आकर पड़ताल करेगा कि कांग्रेस से गद्दारी किसने की है। जांच दल में पूर्व मंत्री मुकेश नायक व महेन्द्र सिंह चौहान हैं।

 मेयर का चुनाव कांग्रेस की डॉ. शोभा सिकरवार के जीतने के बाद कांग्रेस को पूरी आशा थी कि नगर निगम परिषद भी उनकी होगी। सभापति के चुनाव में कांग्रेस विधायक व मेयर पति डॉ. सतीश सिकरवार, कांग्रेस के जिलाध्यक्ष देवेन्द्र शर्मा व वरिष्ठ नेता सुनील शर्मा ने पूरी ताकत लगा दी थी। 66 में से कांग्रेस के पार्षद 25 पर सीट जीते थे। इसके बाद भी सारे निर्दलीयों को अपनी ओर खींचने के बाद बाद कांग्रेस 32 पार्षद तक के आंकड़े पर पहुंची थी। 

जबकि भाजपा के पास 34 पार्षद थे। यही बहुमत का आंकड़ा था। कांग्रेस ने कुछ भाजपाइयों को अपनी ओर वोटिंग के लिए तैयार कर दिया था, लेकिन कांग्रेस की ओर से भी क्रॉस वोटिंग होने से मामला बिगड़ गया और कांग्रेस सिर्फ एक वोट से सभापति बनाने में चूक गई थी। हालांकि भाजपा से भी 4 लोगों ने क्रॉस वोटिंग की है और पार्टी को पता है, लेकिन एक वोट से सभापति अपने नाम करने के बाद भाजपा ने चुप्पी साध ली है।

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