नई दिल्ली: पूर्व गृह सचिव जी के पिल्लै द्वारा इशरत जहां के मामले में किए गए खुलासे को लेकर जहां कांग्रेस ने सवाल उठाए है, तो वहीं बीजेपी ने इसकी तारीफ की है। पिल्लै ने कहा था कि इशरत के आतंकी होने को लेकर राजनीतिक दबाव थे। कुछ लोग नहीं चाहते थे कि ये बात सबके सामने आए।
कांग्रेस का आरोप है कि पिल्लै बीजेपी के शब्दों को देहरा रहे है। बीजेपी ने कांग्रेस से इश मामले में स्पष्टीकरण मांगा है और साहस के लिए पिल्लै की प्रशंसा की। कुछ लोग नहीं चाहते थे कि इशरत की सच्चाई सबके सामने आए। पिल्लै यूपीए सरकार के दौरान गृह सचिव थे।
पिल्लै ने कहा कि इशरत आतंकी थी या नहीं यह तो जांच का विषय था, लेकिन इस मामले में राजनीतिक हस्तक्षेप किया गया था। पिल्लै ने यह भी बताया कि लश्कर-ए-तैयबा ने इशरत को शहीद कहकर उसकी तस्वीर अपने वेबसाइट पर भी डाली थी। लेकिन कुछ ही देर बाद उसे हटा लिया गया था।
लेकिन हकीकत में वो इस पूरे मामले से संबंध रखती थी या नहीं यह तो जांच के बाद ही पता चल पाएगा। कांग्रेसी नेता रेणुका चौधरी ने कहा कि पिल्लै ये बातें अब क्यों कर रहे है। राजनीतिक दबाव कैसे बनाया जा रहा है...यह दुर्भाग्यपूर्ण है।
कांग्रेस के एक और नेता प्रमोद तिवारी ने कहा कि यदि पूर्व गृह सचिव ने तब यह बयान दिया होता तो इशकी ज्यादा महत्वता होती। अभ कौन इसे सच मानेगा। यूपीए सरकार ने दो हलफनामे दिए थे-एक में कहा गया कि जो चार लोग कथित मुठभेड़ में मारे गए थे वे आतंकवादी थे और दूसरे में कहा गया कि कोई साक्ष्य नहीं है।