भोपाल : भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय को उत्तराखंड की राजनीति से दूर रखने की अपील कांग्रेस के नेता करने लगे हैं। दरअसल विजयवर्गीय को इन सभी बातों के लिए जवाबदार बताया गया है। इस मामले में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने रविवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को पत्र लिखकर कहा कि विजयवर्गीय राजनीतिक षडयंत्र करने में लगे हैं। किशोर उपाध्याय ने मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को एक पत्र लिखा जिसमें कहा गया हे कि विजयवर्गीय राजनीतिक षडयंत्र करने में लगे हैं। उपाध्याय ने एक पत्र में कहा है कि मध्यप्रदेश से उत्तराखंड का भावनात्मक जुडाव है।
उन्होंने कैलाश विजयवर्गीय पर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार को गिराने में उनका ही हाथ है। उनके विरूद्ध कई तरह के आरोप लगाए गए हैं। आने वाले 48 घंटे उत्तराखंड की राजनीतिक स्थिरता के लिए बहुत महत्वपूर्ण माने गए हैं। उन्होंने अपील की है कि विजयवर्गीय को 10 मई तक उत्तराखंड आने से रोकें।
उन्होंने राज्यपाल के ही साथ प्रमुख सचिव को पत्र लिखकर प्रदेश में प्रवेश न देने की मांग भी की गई है। मिली जानकारी के अनुसार भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि उत्तराखंड की सरकार विज्ञापन देने में लगी है वह कह रही है कि आईए उत्तराखंड। मगर कांग्रेस तो सभी को निकालने में लगी है। जो भी कर रहा हूं व पार्टी का ही कार्य है।
वह राजनीतिक है और किसी भी तरह से अलोकतांत्रिक नहीं है। उनके विधायक स्वयं ही अपने नेतृत्व से नाराज हैं। भाजपा किसी भी तरह से दोषी नहीं है। आखिर कांग्रेस को क्यों परेशानी हैं दूसरी ओर भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नंदकुमार सिंह चैहान ने कहा है कि उत्तराखंड में कांग्रेस समाप्त हो गई है। जिसके लिए उनके नेताओं को लेकर प्रमाण पत्र की जरूरत नहीं है। हरीश रावत को यह ध्यान में रखना चाहिए कि उनके राष्ट्रीय उपाध्यक्ष नेशनल हेराल्ड के मामले में न्यायालय के चक्कर भी लगाने होते हैं।