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मुंबई : भारत ने अपने जंगी बेड़े को शक्तिशाली बनाते हुए आज स्वदेश निर्मित जंगी जहाज आईएनएस विशाखापट्टनम को लांच कर दिया। इस दौरान तीनों सेनाओं के प्रमुख मौजूद रहे। नौ सेना के अधिकारियों ने औपचारिक कार्यक्रम में इसकी लांचिग की। आईएनएस विशाखापट्टनम लांच होने के बाद इसे वर्ष 2018 में भारतीय सेना में शामिल किए जाने की उम्मीद है।
यह ऐसा जहाज है जो परमाणु हमले के बाद भी लड़ाई जारी रख सकता है।
इस युद्धपोत में टोटल एटमाॅसफियर कंट्रोल सिस्टम कार्य करता है। जिसकारण जहाज के अंदर हवा, एटमी, केमिकल और बायोलाॅजिकल फिल्टर्स आदि गुजरती है। यह जहाज बराक 8 मिसाईल से लैस है। यही नहीं विशाखापट्टनम में इजरायली मल्टी फंक्शन सर्विलांस थ्रेट अलर्ट रडार सिस्टम लगाया गया है।
यह दुश्मन के हमले को लेकर जानकारी प्रदान करेगा। यह युद्धपोत 127 किलोमीटर तक गन लैस है।
इसमें कई ऐसे आधुनिक उपकरण लगे हैं जो दुश्मन को मैदान छोड़कर भागने पर मजबूर कर देंगे।
इस युद्धपोत के आते ही दुश्मन हवा, जमीन, और जल के साथ सभी जगहों पर मात खाएगा और उसे जान बचाकर भागने के लिए भी जगह बमुश्किल ही मिल सकेगी। बताया गया है कि इस युद्धपोत के साथ ही अन्य युद्धपोत भी तैयार किए जा रहे हैं।
भारत द्वारा इस युद्धपोत के विकसित किए जाने से देश रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर हो रहा है। माना जा रहा है कि यह भविष्य के लिए बेहद अच्छा है। इससे भारत को अपना रक्षा बजट मैनेज करने में सहायता होगी।