नई दिल्ली : पूर्व सैनिकों द्वारा वन रैंक वन पेंशन (OROP) लागू किए जाने की मांग को लेकर आमरण अनशन पर बैठे कर्नल (सेवानिवृत्त) पुष्पेंद्र सिंह को अनशन के 9 दिन सोमवार को हालत बिगड़ने पर अस्पताल ले जाया गया. भारतीय पूर्व सैनिक आंदोलन के प्रवक्ता कर्नल (सेवानिवृत्त) अनिल कौल ने सूत्रों को बताया कि पुष्पेंद्र सिंह को दक्षिण दिल्ली स्थित सैन्य शोध एवं परामर्श अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्हें ICU में रखा गया है. पुष्पेंद्र सिंह ने धरना स्थल से अस्पताल जाते हुए कहा कि वह अस्पताल में भी आमरण अनशन जारी रखेंगे.
अस्पताल ले जाते समय पुष्पेंद्र सिंह ने कहा, "मैं अस्पताल में भी आमरण अनशन जारी रखूंगा. सरकार को तत्काल OROP लागू करना ही होगा." इस बीच पुष्पेंद्र सिंह की जगह सेवानिवृत्त हवलदार साहिब सिंह धरने पर बैठ गए. कर्नल कौल ने बताया कि आमरण अनशन पर बैठे अन्य दो पूर्व सैनिकों, मेजर सिंह और अशोक कुमार चौहान का स्वास्थ्य अभी ठीक है. प्रवक्ता ने बताया कि पुलिस और प्रशासन के लोग पुष्पेंद्र सिंह को राम मनोहर लोहिया अस्पताल ले जाना चाहते थे, लेकिन पूर्व सैनिक इस पर राजी नहीं हुए.
उन्होंने कहा, "प्रशासन और पुलिस एंबुलेंस को अपनी निगरानी में जबरन राम मनोहर लोहिया अस्पताल ले जाना चाहते थे. हमने इससे इनकार कर दिया और पुष्पेंद्र को एक निजी कार में सैन्य शोध एवं परामर्श अस्पताल ले गए." उन्होंने कहा, "हमने सेना प्रमुख जनरल दलबीर सिंह से पुष्पेंद्र का उचित उपचार सुनिश्चित किए जाने का अनुरोध किया है." OROP की मांग में पूर्व सैनिकों के धरना पर बैठे 71 दिन हो चुके हैं.