शीत लहर का असर पूरे उत्तर भारत के साथ-साथ देश भर में महसूस किया जा रहा है. हिमाचल में पारा 0.2 डिग्री तक पहुंच गया. शिमला, धर्मशाला, केलांग, पालमपुर सहित उचाई वाले अन्य सभी इलाको में शीत लहर चरम पर है. इसी के साथ देश के अन्य राज्यों में भी शीत लहर के बढ़ने के आसार प्रबल हो रहे है. इसी के साथ एक और खबर है, कि देश के 91 प्रमुख जलाशयों का जल स्तर लगातार गिर रहा है, इनकी जल संचयन क्षमता 62% हो गई है, जो पिछले सप्ताह तक 64% थी. पिछले सप्ताह 101.77 अरब घनमीटर पानी था, जो अब घट कर 98.57 अरब गहन मीटर रह गया है.
पिछले साल की तुलना में इन जलाशयों में इस समय तक पानी का स्तर काफी कम है. बीते वर्ष इस समय इनमे 96% जल संचय था. इन जलाशयों की कुल क्षमता 157.799 अरब घनमीटर है. पुरे देश में हुई कम बारिश के कारन इन जलाशयों में शुरू से ही कम जल संचय हुआ है. पर्याप्त वर्षा के न होने और लगातार दोहन के चलते आने वाले दिनों में पानी की किल्लत होना संभावित है.
इस समय पुरे देश में सिचाई में भी पानी का उपयोग किया जा रहा है, हालांकि इस वर्ष देश भर में 65 -70 % भूमि पर पानी की कमी के चलते फसल नहीं लगाई गई है.
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