नई दिल्ली : हाल ही में यह खबर सामने आई है कि घरेलू क्षेत्र की कोयला कंपनी कोल इंडिया लिमिटेड के द्वारा तकनीकी बदलाव को ध्यान में रखते हुए 200 करोड़ रूपए का व्यय किया जाना है. बता दे कि इस व्यय के अंतर्गत अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों की खानों में की जाने वाली इलैक्ट्रानिक बाड़ाबंदी को भी शामिल किया गया है. इसके साथ ही जानकारी में यह भी बताया गया है कि इस तकनीकी उन्नयन के अंतर्गत कोयला ढुलाई वाले ट्रकों में महीनेभर में GPS सिस्टम लगाना भी अनिवार्य किया गया है.
मामले में जानकारी देते हुए कोयला सचिव अनिल स्वरूप का यह बयान सामने आया है कि कोल इंडिया के द्वारा आरंभिक तकनीकी बदलाव पर 200 करोड़ रुपये खर्च किये जाना है और इसके उपयोग से ना केवल खानो में बाड़ाबंदी की जाना है बल्कि साथ ही ट्रकों में जीपीएस प्रणाली भी लगाई जाना है.
गौरतलब है कि देश के कुल घरेलू कोयला उत्पादन में कोल इंडिया लिमिटेड का 81 फीसदी योगदान देखने को मिला है. स्वरूप ने इस मामले में यह भी कहा है कि उन्नत तकनीकी प्रक्रिया को देश में बढ़ने के लिए कई नई पहले भी कि जा रही है.