लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को अयोध्या में भगवान राम की कोदंड मूर्ति का अनावरण किया। लगभग 7 फुट ऊंची कोदंड राम की ये मूर्ति कई मायनों में विशेष है। राम की यह प्रतिमा कर्नाटक में निर्मित हुई है। यह राम प्रतिमा कीमत से लेकर इसमें उपयोग हुई लकड़ी को लेकर कई मायनों में विशेष हैं। आइए जानते हैं काठ की इस राम प्रतिमा में क्या है ऐसी विशेषताएं।
इस राम मूर्ति की खासियत यह है कि इसे टीक वुड से निर्मित किया गया है। प्रदेश सरकार द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, भगवान श्रीराम की यह मूर्ति लकड़ी के एक पीस से निर्मित की गई है। दरअसल, दक्षिण भारत मे भगवान राम की पूजा कोदंड स्वरूप में की जाती है। श्रीराम की यह मूर्ति भी कोदंड धनुष धारण किए हुए दिखाई देती हैं। बता दें, श्री राम के धनुष को कोदंड के नाम से जाना जाना जाता है। मान्यता के मुताबिक जब श्री राम माता सीता की तलाश के लिए दक्षिण भारत पहुंचे थे, तो वनवासी रूप में उनके हाथ में उनका धनुष कोदंड ही था।
भगवान श्रीराम की इस मूर्ति को कला के एक बेजोड़ नमूने के रूप में देखा जा रहा है। इस मूर्ति की ऊंचाई लगभग 7 फुट है। जिसे 35 लाख रुपये में अयोध्या के म्यूज़ियम के लिए क्रय किया गया है। यह मूर्ति बंगलुरू के कावेरी म्यूज़ियम में स्थापित थी, जिसे 35 लाख रुपये में अयोध्या के म्यूज़ियम के लिए खरीदा गया। बताया जाता है कि कोदंड वो धनुष है जिससे राम ने रावण का वध किया था।
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