जब कलाम इस दुनिया में थे तो झारखण्ड की शिक्षा मंत्री ने डॉ कलाम के जीते जी पांच दिन पहले ही उनकी तस्वीर पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि दे डाली. जब यह गलती शिक्षा मंत्री ने की तो उन्हें इस बात की भनक भी नही थी की यह अपशकुन जीवन में सही हो जाएगा. यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना घटित होने के बाद, आज कलाम पंचतत्व में विलीन हो गए. कितना अजीब है न यह संजोग. इतना ही नही इससे पहले भी ऐसी कई घटनाए घटित हो चुकी जिसमे कोई आम नागरिक नही बल्की देश के जिम्मेदार लोगो ने इस गलती को कई बार दोहराया है.बॉलीवुड की अभिनेत्री अनुष्का शर्मा और एक्टर फरहान अख्तर तो डॉ. अब्दुल कलाम का नाम ही भूल गए और बिना सोचे समझे ट्वीट कर दिया..
जब गलतिया होती है तो सोशल मीडिया, चैनल और इंटरनेट अपनी टीआरपी बटोरने के लिए घिसी-पीटी खबरों पर मिर्च मसाला डालकर उसे नए रूप में लोगो के समक्ष परोस रहे है. कब्रिस्तान में गड़े मुर्दे उखाड़ने की प्रक्रिया प्रारम्भ हो जाती है. हाल ही में सोशल मीडिया और इंटरनेट पर एक वीडियो काफी वायरल हो रहा है. जिसमे रमन सिंह डॉ. कलाम की जगह मोदी को श्रद्धांजलि दे रहे है. अब हम आपको बताते है की इस वीडियो की सच्चाई क्या है ? जिस तरह दुकानो में पुराने पुतलो पर हर दिन नए कपडे पहनाये जाते है ठीक उसी प्रकार यहाँ भी यही हुआ.
मामला है 2014 का जब एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में पत्रकारों से बात करते समय छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह ने गोपीनाथ मुंडे की जगह नरेंद्र मोदी को श्रद्धांजलि दी थी, लेकिन अब सोशल मीडिया और इंटरनेट तारीफ बटोरने की जुगत में इसी वीडियो को पूर्व राष्ट्रपति डॉ अब्दुल कलाम के निधन पर मोदी को श्रद्धांजलि देने के नाम पर खूब फैला रहा है. जहा एक तरफ पूरा हिंदुस्तान डॉ कलाम के निधन पर शोक में डूबा हुआ है वही सोशल मीडिया और इंटरनेट वाह वाही लूटने के लिए गड़े मुर्दे उखाड़ने का काम कर रही है.