लखनऊ : यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ और डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य एमएलसी सदस्य पद पर निर्विरोध चुन लिए जाने के बाद दोनों अपना सांसद पद छोड़ दिया. लोकसभा सदस्यता से इस्तीफा देने के लिए दोनों दिल्ली पहुँच गए हैं. नियमानुसार एक समय में किसी एक पद पर ही रहने का प्रावधान है.
उल्लेखनीय है कि 2014 के लोकसभा चुनाव में योगी आदित्यनाथ गोरखपुर और केशव मौर्य फूलपुर सीट से निर्वाचित हुए थे. लेकिन 2017 के यूपी के विधानसभा चुनाव में बीजेपी प्रचंड बहुमत से सत्ता में आई, तो योगी आदित्यनाथ को सीएम और केशव मौर्य को डिप्टी सीएम बनाया गया. इस कारण अब यह दोनों नेता लोकसभा की सदस्यता से इस्तीफा दिया. इन दोनों के अलावा उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा के अलावा स्वतंत्रदेव सिंह और मोहसिन रजा भी निर्विरोध एमएलसी चुने गए.
बता दें कि यूपी सरकार में सीएम योगी आदित्यनाथ के अलावा चार मंत्री वर्तमान में किसी भी सदन के सदस्य नहीं थे. ऐसे में उन्हें मंत्री पद पर बने रहने के लिए 6 महीने के अंदर राज्य के किसी एक सदन का सदस्य होना जरूरी था. इन मंत्रियों के 19 सितंबर को 6 महीने पूरे हो रहे थे, इस अंतिम तिथि से पहले इन्हें सदन का सदस्य बनना अनिवार्य था. एमएलसी चुने जाने से सुरक्षित स्थिति में पहुँचने के बाद ही यह इस्तीफा दिया गया.
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