भारत के मुख्य न्यायाधीश एसए बोबडे ने बुधवार को न्यायमूर्ति एनवी रमण के उत्तराधिकारी की सिफारिश करते हुए सरकार को एक पत्र लिखा। CJI बोबडे ने सुप्रीम कोर्ट के जज की नियुक्ति को रमाना के रूप में लागू करने की सिफारिश की और जस्टिस रमाना को सिफारिश की एक प्रति सौंपी।
सीजेआई एसए बोबडे की अचानक सिफारिश 23 अप्रैल को उनकी सेवानिवृत्ति के कारण है। समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, केंद्र द्वारा सीजेआई से उनके उत्तराधिकारी की सिफारिश करने के बाद उनके रिटायरमेंट से पहले एक महीने से थोड़ा कम की सिफारिश के बाद विकास आता है। अब कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद पीएम मोदी के सामने सिफारिश रखेंगे।
उसके बाद पीएम मोदी अगले सीजेआई की नियुक्ति के मामले में राष्ट्रपति को सलाह देंगे। न्यायमूर्ति एनवी रमना फरवरी 2014 में दिल्ली उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश और आंध्र प्रदेश उच्च न्यायालय के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश बने रहे। वह मुख्य न्यायाधीश बोबडे के बाद शीर्ष अदालत में सबसे वरिष्ठ न्यायाधीश हैं। वह 26 अगस्त 2022 को सेवानिवृत्त होने वाले हैं।
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