नई दिल्ली: कश्मीर में मानवाधिकारों के उल्लंघन की झूठी अफवाह फैला रहे पाकिस्तान को अमेरिका ने कड़ी फटकार लगाई है। अमेरिका ने पाकिस्तान से सख्त शब्दों में कहा है कि वह चीन में अवैध रूप से हिरासत में रह रहे मुस्लिमों की चिंता पहले करे। गौरतलब है कि चीन में उइगुरों के लिए डिटेंशन कैंप बनाए गए हैं। जहां उइगुरों को कैद करके रखा जाता है। उन्हें किसी भी तरीके की मजहबी चीजों का पालन करने की इजाजत नहीं है। उइगुरों को दाढ़ी रखने और धार्मिक अनुष्ठान करने तक पर रोक है।
अगस्त 2018 में यूनाइटेड नेशंस को जानकारी मिली कि तक़रीबन 10 लाख उइगुर मुस्लिमों को चीन के पश्चिमी शिंजियांग क्षेत्र में बनाए गए डिटेंशन कैंपों में रखा गया है। जहां उन्हें समाज के प्रति अपना नजरिया बदलने की शिक्षा दी जा रही है। मानवाधिकार समूहों ने इस बात की जानकारी दी, वहीं, इन आरोपों को चीन ने सिरे से नकार दिया। इस दौरान इस बात की भी जानकारी दी गई थी कि शिंजियांग में रहने वाले लोगों पर चीन कड़ी निगरानी रखता है।
शिंजियांग प्रांत में मीडिया पर बैन हैं, चीन ने शिंजियांग प्रांत में मीडिया पर हर तरह से प्रतिबंध लगा रखा है। यहां किसी भी मीडिया संस्थान के आने पर रोक है। किन्तु बीबीसी ने बताया कि वह उस प्रांत में गया और उसने वहां के हालात का मुआयना किया। बीबीसी ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि वहां बड़े तौर डिटेंशन कैंपों का निर्माण किया जा रहा है और प्रांत में बड़ी मात्रा में पुलिस की तैनाती रहती है। यहां तक कि लोगों पर शक होने पर अफसरों द्वारा उनके फोन तक की जांच की जाती है।
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