OBOR फोरम में बोले चीनी राष्ट्रपति, सभी देशों को एक दूसरे की संप्रभुता का सम्मान करना चाहिए

OBOR फोरम में बोले चीनी राष्ट्रपति, सभी देशों को एक दूसरे की संप्रभुता का सम्मान करना चाहिए
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बीजिंग : चीन में वन बेल्ट वन रोड फोरम काॅन्फ्रेंस का शुभारंभ हुआ। इस दौरान चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने कहा कि विभिन्न देशों को एक दूसरे की संप्रभुता और भूभागीय एकता का सम्मान किया जाना चाहिए। शी ने चीन के बेल्ट एंड रोड फोरम के सम्मेलन के शुभारंभ अवसर पर यहां पहुंचने वालों का स्वागत किया। उन्होंने सिंधु सभ्यता और गंगा सभ्यता को लेकर अपनी बात कही। साथ ही कहा कि यह मार्ग किस तरह से उपयोगी है।

उन्होंने इस मामले में चीन के विज़न को सभी के बीच रखा। चीन पाकिस्तान आर्थिक गलियारे सीपीईसी को लेकर भारत की आपत्तियों के संदर्भ दिए बगैर शी द्वारा कहा गया कि विभिन्न देशों को दूसरे की संप्रभुता, मर्यादा और भूभागीय एकता का एक दूसरे के विकास के रास्ते का सामाजिक प्रणालियों का और एक दूसरे के प्रमुख हितों तथा बड़ी चिंताओं का सम्मान करना चाहिए।

गौरतलब है कि इस प्रोजेक्ट में पीओके भी शामिल है। ऐसे में भारत अपनी संप्रभुता को लेकर इसे एक खतरा मान रहा है। माना जा रहा है कि पीओके और भारतीय सीमा क्षेत्र के पास इंन्फ्रास्ट्रक्चर विकसित होने के बाद आतंकवाद को प्रोत्साहन मिल सकता है। शी ने कहा कि बेल्ट एंड रोड पहल सदी की परियोजना है जिससे पूरी दुनिया के लोगों को लाभ होगा सीपीईसी के हिस्से वाले बेल्ट एंड रोड पहल में हिस्सा ले रहे देशों का छोटा समूह बनाने की कोशिश से इंकार करते हुए शी ने कहा कि चीन की योजना ऐसा मार्ग बनाने की है जो शांति के लिए हो और एशिया यूरोप तथा अफ्रीका के ज्यादातर हिस्सों से उनके देश को जोड़े।

शी को उद्धृत करते हुए सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ ने कहा इस पहल को आगे बढ़ाते हुए चीन का इरादा स्थिरता को प्रभावित करने के लिए छोटा समूह बनाने का कतई नहीं है। शी ने कहा कि बेल्ट एंड रोड। पहल के लिए शांतिपूर्ण एवं स्थिर माहौल की जरूरत है इसलिए यह मार्ग शांति के लिए बनाया जाना चाहिए। इस फोरम में 29 देशों और सरकारों के प्रमुखों तथा 100 से अधिक देशों तथा अंतरराष्ट्रीय संगठनों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया।

शी ने घोषणा की कि चीन रेशम मार्ग कोष में 14.5 अरब डालर की अतिरिक्त राशि का योगदान देगाण् यह कोष वर्ष 2014 में अवसंरचना संबंधी परियोजनाओं के वित्त पोषण के लिए गठित किया गया था।फोरम में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ,श्रीलंका के प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे,रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैयब अर्दोगन सहित अन्य ने हिस्सा लिया।

अमेरिका ने राष्ट्रपति के विशेष सहायक एवं राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद में एशिया के लिए वरिष्ठ निदेशक मैट पॉटिंगर की अगुवाई में एक प्रतिनिधिमंडल भेजा है। इनके अलावा संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरेज। विश्व बैंक के अध्यक्ष जिम योंग किम तथा अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष के निदेशक क्रिस्टीन लगार्दे सहित विभिन्न प्रमुख अंतरराष्ट्रीय संगठनों के प्रतिनिधियों ने भी फोरम में हिस्सा लिया।

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