नई दिल्ली : पानी सिर से ऊपर चले जाने के बाद भारत ने चीन को साफ लहजे में पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में चल रहे निर्माण कार्य को रोकने को कहा है। शुक्रवार को भारतीय सेना ने इसकी जानकारी दी। सेना के उधमपुर मुख्यालय के उतरी कमान के प्रवक्ता ने बताया कि भारतीय क्षेत्र में चीन के जवानों की ओर से घुसपैठ की घटना नहीं हुई है।
उन्होने बताया कि भारत और चीन के बीच आमतौर पर कोई चित्रित वास्तविक नियंत्रण रेखा नहीं है। प्रवक्ता ने बताया कि लद्दाख समेत कई इलाकों में एलएसी की धारणा है। इसी धारणा के कारण दोनों पक्ष गश्त लगाते है। इसी कारण से अतिक्रमण की घटनाएं हो रही है।
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में निर्माण कार्यों के संबंध में देखा जाए, तो सरकार ने कुछ ऐसी रिपोर्ट देखी हैं, जहां चीन के कार्यों पर सरकार ने अपनी चिंता जताई है और उन्हें इस तरह की गतिविधियां रोकने के लिए कहा है।
सेना के प्रवक्ता ने आगे बताया कि पिछले साल पाकिस्तान से जम्मू-कश्मीर के रास्ते 118 बार घुसपैठ की कोशिश की गई है, जिसमें से 33 लोग सफल भी रहे। अन्य को जवानों ने हिरासत में ले लिया। भारत-पाकिस्तान के बीच सीमा पर घुसपैठ के मामले को इस्लामाबाद के साथ उपयुक्त स्तर तक ले जाया जाएगा।
यह एक सतत प्रक्रिया है। पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर के क्षेत्र में 46 डॉलर अरब की लागत वाले 'चीन-पाकिस्तान इकॉनोमिक कॉरिडोर' के खिलाफ भारत ने अपना विरोध जताया है।