बीजिंग : परमाणु क्षमता से लैस भारत द्वारा बैलिस्टिक मिसाइल अग्नि-5 - की सफलता से चीन में भयमिश्रित हैरानी है.चीन का कहना है कि इस परीक्षण के बाद भी क्षेत्र में सामरिक संतुलन कायम रहना चाहिए.
गौरतलब है कि हाल ही में भारत द्वारा अग्नि- 5 का परीक्षण किया था.जिसकी मारक क्षमता 5 हजार किमी है.इसे चीन पर लक्षित सामरिक मिसाइल माना जाता है, क्योंकि यह चीन के हर हिस्से में पहुंच सकता है.बता दें कि भारत के अलावा अमेरिका, रूस, फ्रांस, ब्रिटेन और चीन के पास ही यह मिसाइल है.
चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने मंगलवार को अग्नि पांच का निशाना चीन को बताने वाली मीडिया रिपोर्टों की आलोचना करते हुए कहा कि चीन का हमेशा से मानना है कि दक्षिण एशिया में सामरिक संतुलन और स्थिरता क्षेत्र में शांति और समृद्धि के अनुकूल है. उसने इसका परीक्षण संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के नियमों केअनुसार होने और इससे दक्षिण एशिया का सामरिक संतुलन नहीं गड़बड़ाने की उम्मीद जताई. साथ ही कहा है कि भारत उसका प्रतिद्वंद्वी न होकर साझेदार है.दक्षिण एशिया में सामरिक संतुलन का तात्पर्य भारत और पाक के सैन्य संतुलन से है.