बीजिंग : चीन की अंतरिक्ष एजेंसी के मुताबिक चीन के प्रोटोटाइप स्पेस स्टेशन तियांगोंग -1 प्रशांत महासागर में गिर गया है. अंतरिक्ष यान ने सोमवार को दक्षिण प्रशांत पर सोमवार को 00:15 GMT (05:45 बजे आईएसटी) पर पृथ्वी के वायुमंडल में दोबारा प्रवेश किया जिसके बाद धरती के लिए बड़ा खतरा माना जा रहा चीन का यह स्पेस स्टेशन प्रशांत महासागर में विलीन हो गया.
धरती पर रहने वाले जीवों की जगह अब इसका भयानक असर प्रशांत महासागर के जलचरों पर पड़ेगा, इस स्पेस स्टेशन में भरे जले हुए फ्यूल से समुद्री जीवों को भी नुकसान होने की सम्भावना वैज्ञानिकों ने जताई है. इससे पहले अमेरिकी सेना ने भी अपने संयुक्त फोर्स स्पेस विभाग से एक बयान के साथ तियांगोंग -1 के धरती के वायुमंडल में प्रवेश करने की पुष्टि की थी. गौरतलब है कि इस संबंध में खोज कर रहे वैज्ञानिकों ने दावा किया था कि चीन का यह स्पेस स्टेशन ऑस्ट्रेलिया और अमेरिका के बीच गिर सकता है, जिसके बाद से अमेरिका इस खतरे के प्रति सतर्क हो गया था.
NW of Tahiti - it managed to miss the 'spacecraft graveyard' which is further south! pic.twitter.com/Sj4e42O7Dc
— Jonathan McDowell (@planet4589) April 2, 2018
आपको बता दें कि अंतरिक्ष शोध की दौड़ में आगे निकलने की कोशिश करते हुए चीन ने 2011 में इस स्पेस स्टेशन को लांच किया था, इस 10.4 मीटर लम्बे (34.1 फीट) तियांगोंग -1 का लक्ष्य 2023 तक अंतरिक्ष की कक्षा में एक स्थायी स्टेशन स्थापित करना था लेकिन 2016 में चीन ने इस बात की पुष्टि की थी कि उनका तियांयोंग-1 से संपर्क टूट गया है और वो इसे नियंत्रित करने में सक्षम नहीं है जिसके बाद से उसके धरती पर गिरने की ख़बरों ने जोर पकड़ लिया था.
सावधान: वैज्ञानिकों को नहीं पता धरती पर कहां गिरेगा चीनी स्पेस स्टेशन