मानसून के मौसम में पहाड़ों और जंगलों में घूमना पसंद करने वाले पर्यटकों के लिए कर्नाटक का चिक्कामगलुरु एक बेहतरीन जगह है। यह शहर पश्चिमी घाट पर्वत श्रृंखला के मुल्लायनगिरी पहाड़ों की तलहटी में बसा हुआ है, और इसकी खूबसूरती यहां के प्राकृतिक, ऐतिहासिक और धार्मिक स्थलों से और भी निखरती है।
चिक्कामगलुरु को देश-विदेश में अपने कॉफी बागानों के लिए जाना जाता है। कहा जाता है कि भारत में कॉफी की शुरुआत बाबा बुदन ने यहीं की थी। उनकी याद में यहां बाबा बुदनगिरी का प्राचीन स्मारक भी स्थित है। इसके अलावा, चिक्कामगलुरु कर्नाटक की यागाती नदी का जन्म स्थल भी है, जो बाद में हेमावती नदी में मिल जाती है। यहां का मौसम पूरे साल सुहावना रहता है; गर्मियों में न्यूनतम तापमान 24 डिग्री और अधिकतम 33 डिग्री होता है, जबकि सर्दियों में न्यूनतम तापमान 10 डिग्री और अधिकतम 20 डिग्री रहता है।
चिक्कामगलुरु से लगभग 30 किमी दूर बेलवाड़ी में होयसल शासकों द्वारा बनवाए गए बड़े मंदिर हैं। इसके अलावा, 12वीं सदी का बल्लारायण किला लगभग 70 किमी दूर स्थित है, जो पश्चिमी घाट की खूबसूरती में घिरा हुआ है। ट्रैकिंग के शौकीन लोग यहां गाईड की मदद से जंगली रास्तों से किले तक पहुंच सकते हैं, जहां रास्ते में झरने, घना जंगल और जंगली जानवर देखने को मिलते हैं।
चिक्कामगलुरु से लगभग 80 किमी दूर भद्रा वाइल्ड लाइफ सेंचुरी स्थित है, जो भद्रा नदी के किनारे पर है। यह सेंचुरी बाघों के लिए मशहूर है और यहां 250 से अधिक प्रजातियों के जंगली पशु-पक्षी पाए जाते हैं। इसके अलावा, मुथोड़ी नेशनल पार्क और कुदुरेमुख नेशनल पार्क भी पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र हैं। इन पार्कों में ट्रैकिंग और सफारी का आनंद लिया जा सकता है।
चिक्कामगलुरु से लगभग 25 किमी दूर मुल्लायनगिरी चोटी है, जो कर्नाटक की सबसे ऊंची चोटी है। इसकी ऊंचाई 6,317 फीट है और यह ट्रैकिंग के शौकीनों के बीच काफी लोकप्रिय है। चिक्कामगलुरु से लगभग 50 किमी की दूरी पर केम्मानगुंडी हिल स्टेशन है, जहां सूर्यास्त का दृश्य बहुत सुंदर होता है। यहां के पहाड़ों से गिरते झरने और आसपास के हरे-भरे जंगल दिल को छू लेने वाले होते हैं।
चिक्कामगलुरु के आसपास कई खूबसूरत झरने हैं:
चिक्कामगलुरु में स्थित कॉफी संग्रहालय भारत के कॉफी बोर्ड द्वारा स्थापित किया गया है। यहां पर्यटक कॉफी के विभिन्न प्रकार, उनकी पैदावार और प्रोसेसिंग की प्रक्रिया के बारे में जान सकते हैं।
चिक्कामगलुरु का दौरा करने के लिए तीन दिन का समय काफी होता है। यहाँ की खूबसूरती और विविधता आपके यात्रा अनुभव को अविस्मरणीय बना देगी।
अभिषेक बच्चन की लाइफ में दूसरी महिला कहलाने पर ऐश्वर्या राय ने दी ये प्रतिक्रिया
पत्रकारों के बार-बार पूछे जाने वाले इस सवाल पर भड़कीं तबू, खुद एक्ट्रेस ने कह डाली ये बड़ी बात
तुर्की के शूटर ने जीता ओलंपिक में मेडल, लेकिन इस एक्टर को मिलने लगी बधाई, जानिए क्यों?