इस्लामाबाद : पाकिस्तान की आर्मी ने आखिरकार छोटू गैंग को हथियार डालने पर मजबूर कर ही दिया। पिछले कई सप्ताह से ये अपराधी सेना से लोहा ले रहे थे। इन बदमाशों ने अगवा किए 24 पुलिस अधिकारियों को भी रिहा कर दिया है। पाकिस्तानी सैन्य अधिकारियों ने बताया कि पुलिस कर्मियों को रिहा करने के लिए उनके साथ कुछ गैंग के सदस्य भी आए।
उन्होने सामने से हथियार डाल दिया। सेना ने कार्रवाई से पहले उन्हें अंतिम चेतावनी दी, उसके बाद ही उन लोगों ने समर्पण कर दिया। पुलिस वालों को बुधवार की सुबह ही रिहा कराया गया और फिलहाल वो सेना के पास ही है। लेकिन अब तक इस बात का खुलासा नहीं हुआ है कि गिरोह का सरगना गुलाम रसूल उर्फ छोटू पकड़ाया है या नही।
पंजाब प्रांत के सिंधु नदी के 10 किमी के दायरे में फैले हुए एक आनलैंड पर इन बदमाशों ने 24 पुलिस वालों को बंधक बना लिया। सोमवार को आर्मी ने हेलीकॉप्टर से अपने दो हजार से अधिक जवानों को आइलैंड पर उतारना पड़ा। यह ऑपरेशन दो सप्ताह तक चलने वाला है।
एक मिलिट्री अधिकारी ने बताया कि हमने सोमवार को दोपहर दो बजे तक इस गैंग को सरेंडर करने को कहा था। लेकिन उन लोगों ने बात नहीं मानी। पुलिस और गैंग के बीच मुठभेड़ में 6 पुलिस वाले भी मारे गए। पपुलिस के स्पोक्सपर्सन ने बताया कि हमें यह भी मालूम नहीं है कि गैंग में कितने लोग है।
गैंग के पास भारी मात्रा में हथियार है और इन पर मर्डर, किडनैपिंग व लूटपाट के सैकड़ों मामले दर्ज है। 2002 में यह गैंग लूटपाट का काम करती थी, जिसका सरगना गुलाम रसूल उर्फ छोटू था।