रायपुर: मुफलिसी में बचपन गुजारने वाले शख्स ने अपने दम पर जिंदगी में कामयाबी हासिल की तो समाज ने उसका बहिष्कार कर दिया। यह मामला छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले का है। यहां के आरा केतार गांव के एक युवक उत्तम कुजूर को समाज से केवल इस वजह से निकाल दिया गया क्योंकि उसने मकान बना लिया, कार खरीद ली और अब विवाह करने जा रहा है। मामले में उत्तम ने एसपी जशपुर सहित आला अधिकारियों को ज्ञापन देकर इंसाफ की मांग की है।
उत्तम की मानें तो शुरुआत में उसने ठेले पर आइसक्रीम बेची और अपनी पढाई पूरी की। कुछ दिनों मजदूरी भी की। इसके बाद खुद किराने की दुकान खोली। अब वह मोबाइल की दुकान चलाता है। उसकी तरक्की गांव के कुछ दबंगों को रास नहीं आई और उन्होंने सामाजिक बैठक की। बगैर किसी वाजिब वजह के उसका समाजिक बहिष्कार कर दिया। गांव में यह नियम बना दिया गया है कि अगर कोई उससे (उत्तम) बात करेगा, तो उसे 9 हजार रुपए समाज को चुकाने होंगे। अब जुर्माने के खौफ से कोई उससे बात नहीं करता। कोई उसकी दुकान पर भी नहीं आता। हाल ही में उत्तम की सगाई हुई है। दंबगों ने उसकी मंगनी भी तुड़वाने की धमकी दी है। जिस लड़की से उसका रिश्ता तय हुआ है, वह सरकारी नौकरी में कार्यरत है।
उत्तम ने शिकायत में गांव के 16 लोगों के नाम दिए हैं। उसने कहा कि उसकी शादी में भी बाधा डाली जा रही है। जब मेहमान उसके घर पर रिश्ते की बात करने आते हैं, उसी दिन गांव में सामाजिक बैठक बुलाकर उसका अपमान किया जाता है। मामले में गांव की चौकी में भी उत्तम ने शिकायत की, किन्तु उसे यह कह दिया गया कि यह मामला पुलिस के दखल का नहीं है। उत्तम गांव में सबसे अधिक पढ़ा-लिखा है। इस वक़्त वह एमकॉम की पढ़ाई कर रहा है। मामले में एसपी ने जांच के बाद एक्शन लेने की बात कही है।
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