करतारपुर कॉरिडोर : जानिए क्या है एतिहासिक स्थल का महत्व ?
करतारपुर कॉरिडोर : जानिए क्या है एतिहासिक स्थल का महत्व ?
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आज भारत और पाकिस्‍तान में करतारपुर कॉरिडोर पर भारत और पाकिस्‍तान के बीच दूसरे दौर की वार्ता अटारी वाघा बॉर्डर पर हो रही है. इसमें हिस्सा लेने के पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता डॉ. मोहम्मद फैसल के नेतृत्व में 20 पाकिस्तानी अधिकारियों का प्रतिनिधिमंडल पहुंच गया है. भारत चाहता है कि पाकिस्‍तान करतारपुर कॉरिडोर के अपने हिस्‍से में क्रीक क्षेत्र में पुल का निर्माण करे, लेकिन पाकिस्‍तान इसके लिए तैयार नहीं है. कॉरिडोर के मामले फंसे इस पेंच को दूर करने के लिए दाेनों देशों के अधिकारी बैठक कर रहे हैं. भारत ने अपने हिस्‍से में कॉरिडोर का करीब 60 फीसदी कार्य पूरा कर लिया है तो पाकिस्‍तान ने अपने क्षेत्र में कॉरिडोर का 80 फीसद कार्य पूरा करने का दावा किया है. आइए जानते है पूरी जानकारी

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आपकी जानकारी के लिए बता दे यह कॉरिडोर करीब 4.70 किलोमीटर लंबा है. इसका निर्माण श्री करतारपुर गुरुद्वारा साहिब में दर्शन के लिए जाने वाले सिख श्रद्धालुओं के लिए किया जा रहा है. इससे भारत से प्रतिदिन पांच हजार श्रद्धालु श्री करतारपुर साहिब जा सकेंगे. इस कॉरिडोर का शुभारंभ श्री गुरु नानकदेव जी के 550वें प्रकाशोत्‍सव के अवसर पर इस साल नवंबर में हाेगा. श्री गुरु नानकदेव जी का 550वां प्रकाशोत्‍सव 12 नवंबर को है.

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मीडिया रिपोर्ट के अनुसार भारत चाहता है कि पाकिस्‍तान कॉरडोर के क्रीक एरिया (नदी क्षेत्र) में पुल का निर्माण करे, लेकिन पाकिस्‍तान इसके लिए तैयार नहीं है. बताया जा रहा है कि भारत रावी नदी पर एक किमी लंबा पुल बनाने के पक्ष में है, लेकिन यहां पक्‍की सड़क बनाने की बात कर रहा है. भारतीय अधिकारी नदी के कारण बाढ़ की आशंका का हवाला देते हुए सड़क निर्माण पर आपत्ति जता रहे हैं.

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कुछ ऐसा है करतारपुर कॉरडोर का इतिहास 

सन् 1522 श्री गुरु नानक देव जी ने गुरुद्वारे की स्थापना की और एक किसान की तरह जिंदगी बिताने का निर्णय किया. सन् 1539 श्री गुरु नानक देव जी ने देह का त्याग कर गुरु अंगद देव को उत्तराधिकारी बनाया. विभाजन के दौरान गुरदासपुर जिला भी दो हिस्सों में बंट गया और गरुद्वारा करतारपुर साहिब पाकिस्तान चला गया.पाकिस्तान के नारोवाल और भारत के गुरदासपुर को जोडऩे वाला रावी नदी पर बना पुल भारत-पाक युद्ध में तबाह हो गया. पाकिस्तान सरकार ने गुरुद्वारे की मरम्मत करवाई. पाकिस्तान ने करतारपुर के वीजा फ्री यात्रा की घोषणा की.

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