ठंड से ठिठुरते रहे चैंपियन, किसी ने नहीं ली सुध
ठंड से ठिठुरते रहे चैंपियन, किसी ने नहीं ली सुध
Share:

उदयपुर: यूं तो भारत में खेलों और खिलाडि़यों को प्रोत्साहित करने के दावे लाख किए जाते हैं, लेकिन अपने शुरूआती स्तर पर खेलों की हालत बेहद दयनीय है। इस बात का पता आदिवासी क्षेत्र में आयोजित की गई 59 वीं जिला स्तरीय खेल प्रतियोगिता के आयोजन से ही चल गया। दरअसल इस आयोजन के लिए पर्याप्त इंतजाम नहीं किए गए थे। हालात ये रहे की चैंपियनशिप जीतने वाली टीम सर्द रात में ठिठुरती रही। दरअसल इस प्रतियोगिता में झाड़ोल और फलासिया पंचायत समिति की साझा टीम के आदिवासी खिलाड़ी झाड़ोल मुख्यालय पर घंटो बैठे रहे।

इन खिलाडि़यों के लिए भोजन के इंतजाम तक नहीं हो सके। बीईओ कार्यालय से बच्चों को उपखण्ड मुख्यालय तक पहुंचाने के लिए  केवल बस का प्रबंध था। कुछ खिलाड़ी तो अपने घरों तक प्रतियोगिता समाप्त होने तक पहुंच गए लेकिन दूर अंचल के खिलाडि़यों को परेशानी का सामना करना पड़ा।

ऐसा ही एक क्षेत्र था फलासिया स्कूलों से आई 8 बालिकाओं और 10 बालकों को इनके शिक्षकों और प्रशिक्षकों के साथ पंचायत समिति के बाहर उतार दिया गया। शाम 7 बजे झालोड़ पहुंचने के बाद ये बच्चे यहां ठंड का सामना करते हुए बैठे रहे। बच्चों के पास ऊनी वस्त्र तक नहीं थे। खिलाडि़यों को परेशानियों का सामना करना पड़ा। 

रिलेटेड टॉपिक्स
- Sponsored Advert -
मध्य प्रदेश जनसम्पर्क न्यूज़ फीड  

हिंदी न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_News.xml  

इंग्लिश न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_EngNews.xml

फोटो -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_Photo.xml

- Sponsored Advert -