देहरादून: हिन्दुओं के चार धाम में से एक बदरीनाथ धाम में मुस्लिम श्रमिकों द्वारा बकरीद के दिन कथित रूप से नमाज पढ़े जाने के मामले में चमोली पुलिस ने स्पष्टीकरण दिया है. चमोली पुलिस ने बदरीनाथ धाम में नमाज पढ़े जाने की खबरों को गलत, निराधार और भ्रामक बताया है. चमोली के SP यशवंत सिंह चौहान ने कहा कि बदरीनाथ में एक पार्किंग बन रही है, जो मंदिर से एक किमी दूर है. इस पार्किंग का निर्माण कार्य नरेंद्र पंवार नामक ठेकेदार करवा रहा है. इस ठेकेदार ने काम करने के लिए मुस्लिम श्रमिकों को बुलाया है.
पुलिस के मुताबिक, ऐसे 15 मजदूरों ने 21 जुलाई को 7 बजे सुबह बंद कमरे में, बिना लाउडस्पीकर और मौलवी के नमाज पढ़ी थी. किन्तु इस दौरान किसी प्रकार का आयोजन नहीं हुआ था. हालांकि उन्होंने यह भी कहा है कि नमाज पढ़े जाने को लेकर कोई सबूत नहीं मिले हैं, और न ही कोई तस्वीर है. SP यशवंत सिंह चौहान ने कहा कि ये श्रमिक इसी निर्माणाधीन पार्किंग में रहते हैं. पुलिस के मुताबिक, इस मामले में सोशल मीडिया में अफवाह फैलाई जा रही है और लोग बगैर पुष्टि किए गलत जानकारियां साझा कर रहे हैं जो कि गलत है. उन्होंने कहा कि चमोली पुलिस का लोगों से निवेदन है कि कृपया बिना तथ्यों की पुष्टि किये कोई भी भ्रामक पोस्ट शेयर ना करें.
पुलिस के मुताबिक, चूंकि स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया था कि वहां बड़ी तादाद में लोग मौजूद थे, इसलिए पुलिस ने इस मामले में डीएम एक्ट में मुकदमा भी दर्ज कर दिया है. इसकी जाँच जारी है और यदि कुछ सबूत सामने आते हैं तो इस पर कार्रवाई की जाएगी.
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