चैत्र नवरात्र में करें इन नियमों का पालन तभी होगा उद्धार
चैत्र नवरात्र में करें इन नियमों का पालन तभी होगा उद्धार
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आप सभी जानते ही होंगे कि नवरात्र के दिन बहुत ख़ास होते हैं. ऐसे में देवी के भक्त इस समय बेहद खुश होंगे क्योकि चैत्र नवरात्रि को आने में ज्यादा समय नहीं बचा है. ऐसे में कहा जाता है इस दौरान भक्त देवी की विशेष पूजा अर्चना करते हैं व देवी की साधना में लगे रहते हैं जिससे वह खुश हो जाए. ऐसे में चैत्र नवरात्र को शक्ति रूप मां दुर्गा की आराधना के लिए सर्वोपरी माना जाता हैं, इसी के साथ हिन्दू नववर्ष का भी आरंभ होता है. आप सभी को बता दें कि शास्त्रों में छ: ऋतुएँ जिन्हें नारी-रूप में बताया गया हैं, और इन प्रत्येक ऋतु में एक विशेष नवरात्रि के रूप में मनाई जाती है, इनमे एक चैत्र नवरात्रि तो दूसरी शारदीय नवरात्रि होती है इसके अतिरिक्त 4 गुप्त नवरात्र के रुप में मनाया जाता है. आप सभी को बता दें कि इस बार यानी साल 2019 में चैत्र नवरात्रि का आरंभ 6 अप्रैल से हो रहा है जो 14 अप्रैल तक रहने वाला है. तो आइए जानते हैं किन नियमों का करना है पालन.


नियम - कहते हैं नवरात्रि के नौ दिनों तक सुबह स्नान कर साफ कपडें धारण कर देवी की पूजा अर्चना करना चाहिए.
* आप सभी को बता दें कि इन नौ दिनों में केवल एक बार सात्विक भोजन करें, नवरात्रि के नौ दिनों में मांसाहार व मदिरा पान ना करें क्योंकि इससे बहुत बड़ा नुकसान हो सकता है.
* कहा जाता है नौ दिनों तक देवी को घर का बना हुआ भोग अर्पित करें अगर ऐसा संभव नहीं हैं तो दूध और फलों का भोग देवी को अर्पित करना चाहिए.
* आप सभी को बता दें कि नवरात्रि के नौ दिनों तक गाय के घी का दिपक घर के मंदिर मे जलाने चाहिए क्योंकि इससे घर में सकारात्मक ऊर्जा आती है.
* कहा जाता है नौ दिनों तक माता के बीज मंत्रों, चालीसा, स्त्रोत आदि जप, पाठ अनिवार्य रूप से करना लाभदायक होता है.

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