रांची: झारखंड में जानवरों में होने वाले खुरपका-मुंहपका जिसे स्थानीय भाषा में खुरहा-चपका बीमारी कहा जाता है, से बचाव के लिए टीकाकरण पर सरकार ने अस्थायी तौर पर रोक लगा दी है। केंद्र सरकार ने वैक्सिन की क्वालिटी, मानक के अनुरूप नहीं होने की वजह से झारखंड समेत कोई आधा दर्जन राज्यों को इसका इस्तेमाल न करने की हिदायत दी थी।
केंद्र के निर्देश के बाद राज्य की हेमंत सोरेन सरकार ने जिला पशुपालन अधिकारियों को रोक का आदेश जारी कर दिया है। हैदराबाद की एक कंपनी ने दवा की सप्लाई की थी। भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद की इकाई RVRI से वैक्सिन की जांच कराई गई थी जिसमें गुणवत्ता मानक के मुताबिक नहीं पाया गया था। जिन अन्य राज्यों में टीकाकरण पर रोक लगाई गई है वे हैं पंजाब, राजस्थान, असम, दमन व जम्मू कश्मीर।
सरकारी सूत्रों के मुताबिक, राज्य में लगभग 30 लाख जानवरों का टीकाकरण किया जाना है। राज्य के 24 में 22 जिलों में टीकाकरण का काम शुरू हो गया था। लगभग 70 हजार जानवरों को टीके लगाये जा चुके थे इसी बीच रोक का आदेश आ गया है। कृषि एवं पशुपालन सचिव अबु बकर सिद्दीकी कहते हैं कि केंद्र से पुन: निर्देश के मुताबिक टीकाकरण का काम शुरू किया जाएगा।
सीमापार आतंक पर है भारत की नजर: एस जयशंकर
31 दिसंबर तक अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर जारी रहेगा बैन, DGCA ने जारी किए आदेश
एचएमडी ग्लोबल निर्यात के लिए भारत का लाभ उठाने पर कर रहा है विचार