नई दिल्ली: सेन्ट्रल बोर्ड ऑफ़ सेकेंडरी एजुकेशन (CBSE) द्वारा 10 वीं और 12 वीं परीक्षा की नजदीकी को ध्यान में रखते हुए कई अहम् फैसले लिए जा रहे है. अब केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा निशक्त बच्चों (चिल्ड्रेन विद स्पेशल नीड) के बोर्ड संबंधी नीति तैयार करने के लिये एक समिति का गठन किया गया है. साथ ही बोर्ड ने निशक्त बच्चों की आवश्यकतों को भी अपना केंद्र बनाया हैं, और विद्यालयों से उनसे संबंधित सुझाव भी देने को कहा गया है.
प्राप्त मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक़, सीबीएसई में अतिरिक्त निदेशक डॉ. विश्वजीत साहा की ओर से जारी परिपत्र में कहा गया है कि, समिति निशक्त बच्चों के बोर्ड के बारे में नीति तैयार करते हुए समावेशी शिक्षा प्रदान करने का खाका पेश करेगी. इसके साथ ही इन नीतियों में समावेशी शिक्षा बनाम शिक्षा के समन्वय के आधार पर ऐसे निशक्त बच्चों के लिये विभिन्न स्तर का निर्धारण करेगी.
सीबीएसई के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक़, स्कूलों से इस संबंध में सुझाव मांगे गए हैं. हाल ही में नि:शक्त बच्चों की जरूरतों को समझते हुए स्कूलों में उनके अनुकूल माहौल बनाने तथा उन्हें शिक्षा का समान एवं समावेशी अवसर प्रदान करने के लिये मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने शिक्षा से जुड़े विभिन्न घटकों के साथ विचार विमर्श किया था ताकि ऐसे बच्चों की मदद के लिये कार्य योजना तैयार की जा सके.
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