CBSE बोर्ड के एक सवाल को लेकर हुए बवाल के बाद अब CBSE बोर्ड ने अपनी गलती मान ली है। जी हाँ, बीते समय से सोशल मीडिया पर हो रहे विरोध और प्रियंका-राहुल गांधी के बयान के बाद विवादों में घिरे CBSE बोर्ड ने हाल ही में एक बयान जारी किया है। खबरों के अनुसार बोर्ड ने एक सर्कुलर जारी कर यह कहा है कि, '11 दिसंबर को हुई CBSE बोर्ड 10वीं की अंग्रेजी की परीक्षा में पूछा गया पैसेज बोर्ड की गाइडलाइंस के अनुरूप नहीं था। ऐसे में बोर्ड सभी स्टूडेंट्स को इस सवाल के लिए पूरे नंबर देगा।'
इसके अलावा बोर्ड ने यह भी कहा है कि, 'स्टेकहोल्डर्स से मिल रहे फीडबैक के बाद इस सवाल को एक सब्जेक्ट एक्सपर्ट कमेटी के पास भेजा गया था। कमेटी ने इस पर विचार करने के बाद पाया कि सवाल बोर्ड की गाइडलाइंस के अनुरूप नहीं था। ऐसे में बोर्ड प्रश्नपत्र सीरीज JSK/1 को अटेम्प्ट करने वाले सभी स्टूडेंट्स को इस सवाल के पूरे नंबर देगा।' आप सभी को बता दें कि CBSE बोर्ड 10वीं की परीक्षा में पूछे गए एक पैसेज में कहा गया था कि 'घरों में पत्नियों को ज्यादा अधिकार मिलने से बच्चे बिगड़ने लगे हैं।'
इसी के साथ इस सवाल में कई महिला विरोधी विवादास्पद टर्म इस्तेमाल किए थे। उसके बाद से सोशल मीडिया पर पेपर का स्क्रीनशॉट शेयर कर लोग बोर्ड को घेर रहे थे। इस दौरान कई यूज़र्स ने इसे बोर्ड की रिग्रेसिव (Regressive) सोच बताते हुए बोर्ड से माफी मांगने की अपील की थी। ऐसे में अब CBSE बोर्ड ने माफ़ी मांग ली है। इसे लेकर प्रियंका गांधी और राहुल गांधी ने भी बोर्ड को टैग कर ट्वीट किए थे और बोर्ड के साथ-साथ BJP-RSS को भी निशाने पर लिया था।
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