प्राणायाम करते वक़्त रखे यह सावधानियां
प्राणायाम करते वक़्त रखे यह सावधानियां
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प्राणायाम दो शब्दों के योग से बना है 'प्राण+आयाम' पहला शब्द "प्राण" है दूसरा 'आयाम'. प्राण का अर्थ जो हमें शक्ति देता है या बल देता है. सरकारी अस्पतालों में भर्ती मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराने वाले डॉक्टर अब प्राणायाम, योग, ध्यान करके खुद भी स्वस्थ बनाने में जुट गए हैं. योग-प्रक्रियाओं के अन्तर्गत प्राणायाम का एक अतिविशिष्ट महत्त्व है. लेकिन सही तरह से प्राणायाम करना भी बेहद जरूरी होता हैं. इसलिए इस दौरान आपको निम्न सावधानियां भी बरतनी होगी.

1. स्नान करके करें अन्यथा प्राणायाम-योगाभ्यास के आधा घंटा विश्राम के पश्चात स्नान करें.

2. प्राणायाम-योगाभ्यास के आधे घण्टे पश्चात पानी, जूस एवं एक घण्टे बाद ही भोजन आदि लें तथा भोजन के पांच घण्टे के अन्तराल पर ही प्राणायाम एवं योगासन करें.

3. रोगी या अस्वस्थ व्यक्ति यह न करें.

4. महिलाएं माहवारी व गर्भावस्था में आसन न करें.

5. श्वसन क्रिया में मुहँ बंद रखें नासिका का उपयोग करें.

6. कमरदर्द वाले आगे झूकने वाले आसन न करें तथा हर्निया के रोगी पीछे झूकने वाले आसन न करें.

7. अभ्यास के दौरान मल, मूत्र, छींक, खांसी आदि न रोकें. विसर्जित करके करें.

8. जल्दबाजी, प्रतिस्पर्धा, जबरदस्ती या झटके के साथ न करें.

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