न्यूयॉर्क : हाल ही में भारत के वित्त मंत्री अरुण जेटली ने प्रधानमंत्री जनधन योजना के अंतर्गत खोले गए खातों को लेकर एक बयान दिया है. यहाँ जेटली द्वारा जारी एक वक्तव्य में यह बात कही गयी है कि भारत सरकार का यह इरादा है कि वे इन खातों का इस्तेमाल खाताधारकों को बीमा, पेंशन और साथ ही ऋण पहुँचाने के लिए करे. साथ ही आपको यह भी बता दे कि यह बात तब कहीं गई जब यहाँ संयुक्त राष्ट्र के देशों को इलेक्ट्रॉनिक भुगतान की तरफ ले जाने के लिए पहल की जा रही थी. जानकारी में आपको इस बात से भी अवगत करवा दे कि भारत के द्वारा संयुक्त राष्ट्र पूंजी विकास कोष (यूएनसीडीएफ) की पहल में शामिल होते हुए नकदी रहित अर्थव्यवस्था की दिशा में एक ओर कदम उठाया गया है.
यह बात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल वाली योजना "जनधन योजना" की पहली वर्षगांठ के मौके पर कही गई है. इस नकदी रहित अर्थव्यवस्था में भागीदारी निभाने में ना केवल कई देशों की सरकारें बल्कि कई कंपनियां भी आगे आ रही है. जेटली ने यह भी कहा है कि इस जनधन योजना से ना केवल हर परिवार को वित्तीय तंत्र से जोड़ने में सफलता मिली है बल्कि निचले स्तर के लोगों को भी अपनी रकम सुरक्षित रखने में सफलता मिली है.