नई दिल्ली : रग्बी ट्रेनिंग के नाम पर अवैध तरीके से फ्रांस ले जाए गए पंजाब, हरियाणा और दिल्ली के 22 नाबालिग छात्रों के लापता होने का मामला अब गहरा गया है. इस मामले में इंटरपोल की सूचना के बाद सीबीआई ने एफआईआर दर्ज कर मामले की जांच भी शुरू कर दी है.
आपको बता दें कि इस मामले का खुलासा एक छात्र के फ्रांसीसी पुलिस तक पहुंचने के बाद हुआ . उसके बाद ही यह मामला उजागर हुआ और सीबीआई ने रिपोर्ट दर्ज कर रग्बी की कोचिंग देने की आड़ में तीन ट्रैवल एजेंटों ट्रैवल एजेंटों- फरीदाबाद के ललित डेविड डीन और दिल्ली के संजय रॉय तथा वरुण चौधरी के ठिकानों पर छापे मारे और दस्तावेज बरामद किए हैं .
सीबीआई प्रवक्ता अभिषेक दयाल ने बताया कि कपूरथला के दो स्कूलों के 25 छात्रों का एक समूह पेरिस के फ्रेंच फेडरेशन के कथित निमंत्रण पर रग्बी प्रशिक्षण शिविर में हिस्सा लेने के लिए सभी छात्रों को पेरिस ले जाया गया, जहां एक हफ्ते तक छात्रों ने रग्बी प्रशिक्षण शिविर में हिस्सा भी लिया. लेकिन इसी बीच ट्रैवल एजेंटों ने उनके वापसी टिकट रद्द कर दिए. कुछ छात्रों को गड़बड़ी की आशंका होने पर दो छात्र भारत लौट आए.शेष 23 नाबालिग छात्रों को कथित रूप से एक स्थानीय गुरुद्वारे में ठहराया गया.जहां से वे गायब हो गए . कहा जा रहा है कि इन एजेंटों ने इन नाबालिगों के अभिभावकों से 25-30 लाख रुपये लिए थे. मामले की जाँच जारी है .
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