साइकोलॉजी में करियर बनाना चाहते है, ये है बेहतर विकल्प
साइकोलॉजी में करियर बनाना चाहते है, ये है बेहतर विकल्प
Share:

अगर आप एक बेहतर करियर ऑप्शन ढूंढ रहे है तो साइकोलॉजी में मिल सकता है।  साइकॉलजी एक ऐसा साइंस है, जो इंसान और उसके बॉडी पार्ट्स पर स्टडी करता है। एक सर्वे के मुताबिक, आज 78.3 फीसदी लोग साइकॉलजी से जुड़ी प्रॉब्लम्स से घिरे हैं। इसी वजह से साइकॉलजी के फील्ड के स्पेशलिस्ट की डिमांड दिन-ब-दिन बढ़ रही है...

तेजी से हो रहे डिवेलपमेंट के बीच इंसान ने अपने लिए तमाम तरह की सुख-सुविधाएं जुटा ली हैं। लेकिन इसके साथ ही टेंशन, डिप्रेशन, फैमिली टेंशन, कॉम्पिटिशन और क्राइम जैसी चीजें भी बढ़ रही हैं। बेशक, डेली लाइफ में बढ़ रही टेंशन की वजह से ही आजकल साइकॉलजिस्ट की डिमांड लगातार बढ़ रही है। गौरतलब है कि कुछ साल पहले तक लोग साइकॉलजिस्ट के पास तभी जाते थे, जब कोई सीरियस प्रॉब्लम हो जाती थी। लेकिन इन दिनों इनकी डिमांड इतनी बढ़ गई है कि यूनिवर्सिटीज, स्कूल और ऑफिसेज में साइकॉलजिस्ट को परमानेंट अपॉइमेंट किया जाने लगा है।

करियर काउंसिलर
आगे बढ़ने के कॉम्पिटीशन में लोग तेजी से जॉब बदल रहे हैं। आपको अपने मन मुताबिक सही जॉब दिलाने में हेल्प करते हैं करियर काउंसिलर। करियर काउंसिलर आपको आपकी पर्सनैलिटी, कपैसिटी और कोर्स के मुताबिक सही तरीके से गाइड करने का काम करता है। यही नहीं, करियर काउंसिलर की मदद से आप इंटरव्यू की तैयारी से लेकर रिटर्न पेपर तक में सही गाइडेंस पा सकते हैं।

हेल्थ की फील्ड में
आजकल लोगों में मेंटल प्रॉब्लम या बिहेवियर में बदलाव खूब देखने को मिलता है। इसलिए ऐसे ढेरों क्लिनिक खुलते जा रहे हैं, जो लोगों की इन प्रॉब्लम्स को सॉल्व कर रहे हैं। क्लिनिक्स के अलावा, स्कूल और सरकारी एजेंसियों में भी हेल्थ काउंसिलर के तौर पर आपको जॉब मिल सकती है।

सर्वे, डिजाइन और रिसर्च
सर्वे, डिजाइन और रिसर्च में भी साइकॉलजिस्ट की डिमांड लगातार बढ़ रही है। भले ही इंडिया में इसके अभी कम स्कोप हैं, लेकिन विदेशों में इस तरह के जॉब ऑप्शन लगातार बढ़ रहे हैं। इसमें करियर ऑप्शन भी काफी हैं।

क्रिमिनल व चाइल्ड क्रिमिनल
अपराधियों एवं बाल अपराधियों में किसी भी वजह से अपराध फैलने के बाद हीन भावना और उग्रता आदि दूर करने एवं इसी के साथ उनमें बढ़ रही क्रिमिनल थिकिंग पर रोक लगाने के लिए भी साइकॉलजिकल प्रयास किए जाते हैं। इसके अलावा, क्रिमिनल काउंसिलर का काम बच्चों की एजुकेशन, ऐकडेमिक और सोशल प्रॉब्लम्स को सॉल्व करना है। यही नहीं, स्टूडेंट्स की मेंटल हेल्थ को समझकर उनको गाइड करने का काम भी काउंसिलर ही करता है। काउंलिसर कई तरह की प्रॉब्लम्स, मैरिज, फैमिली, इमोशनल, एजुकेशनल और दूसरे कई मामलों में मदद करता है। बहुत बड़ी तादाद में काउंसिलर हेल्थ और सोशल वेलफेयर भी काम करते हैं। ऐसे बच्चे, जिनको पर्सनैलिटी डिस्ऑर्डर होताहै, उन्हें काउंसलिंग की जरूरत होती है।

विदेशो में शिक्षा लेने के लिए यहां मिलते है स्कालरशिप, जाने

लैब तकनीशियन के पदों पर जॉब ओपनिंग, सैलरी 18000 रु

डिप्टी रजिस्ट्रार और सहायक कार्यकारी इंजीनियर के पदों पर भर्ती, ये है लास्ट डेट

रिलेटेड टॉपिक्स
- Sponsored Advert -
मध्य प्रदेश जनसम्पर्क न्यूज़ फीड  

हिंदी न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_News.xml  

इंग्लिश न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_EngNews.xml

फोटो -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_Photo.xml

- Sponsored Advert -