क्या आप भी करना चाहते है फ्रीलांसिंग की जॉब? तो पहले जान लीजिए ये जरुरी बातें
क्या आप भी करना चाहते है फ्रीलांसिंग की जॉब? तो पहले जान लीजिए ये जरुरी बातें
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हाल के दिनों में फ्रीलांस मार्किट में बहुत तेजी से डेवलपमेंट हो रहा है, अधिकांश स्टार्टअप एवं कंपनियां अपनी आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए फ्रीलांसरों का चयन कर रही हैं। इसमें कोई चौंकाने वाली बात नही है कि यह एक ऐसी फील्ड है जो आज बेहद से युवाओं को आकर्षित कर रहा है। भारत में आज 15 मिलियन फ्रीलांसर हैं। हालांकि यह सामान्य नौकरी पसंद करने वाले कई व्यक्तियों के लिए एक मुश्किल कॉल हो सकती है। गौरतलब है कि यदि कोई जानता है कि आरभिंक चरणों को कैसे नेविगेट किया जाए तो एक फ्रीलांसर बनने का मार्ग बहुत सरल है। यहां 5 स्टेप्स में जानें फ्रीलांसर बनने के लिए किन बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए।

1-तय करें कि क्या यह आपके लिए सही विकल्प है:- 
जब फ्रीलांसिंग की बात आती है तो दिमाग सबसे अहम फैक्टर है। एक फ्रीलांसर बनने के लिए एक शख्स के पास सबसे प्रथम गुण अनुशासित होना है। आपकी विश्वसनीयता आपके लिए क्लाइंट लाती है तथा यह आपकी ख्याति है जो आपको लंबे वक़्त में कामयाब बनाती है।

2-फ्रीलांस पोर्टल से शुरुआत करें:- 
काफी सारे ऑनलाइन पोर्टल हैं जो फ्रीलांसर्स तथा क्लाइंट्स के लिए मीटिंग पॉइंट के तौर पर काम करते हैं। हर प्लेटफ़ॉर्म के अपने नियम होते हैं मगर उनमें से सभी के लिए, आपको अपने काम के नमूनों के साथ एक अट्रैक्टिव पोर्टफोलियो बनाना होगा तथा अपना पंजीकरण कराना होगा।

3-अपना पर्सनल ब्रांड बनाएं:- 
एक फ्रीलांसरों को अपने पोर्टल एवं कई सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करके अपने लिए एक पर्सनल ब्रांड बनाने में टाइम तथा एफर्ट लगाना चाहिए। सोशल मीडिया पर अपने काम को साझा करना एक बेहतरीन तरीका है। वास्तव में, लिंक्डइन नए फ्रीलांस गिग्स तलाशने के लिए एक सोने की खान है। आपके वर्चुअल रिज्यूमे के तौर पर, यह 300 मिलियन मंथली उपयोगकर्ताओं को आप तक पहुंच प्रदान करता है, मगर इससे भी अहम बात यह है कि यह आपको सही ऑर्गेनाइजेशन में सही फैसले लेने वालों तक पहुंचाने में सहायता करती है।

4-नेटवर्क और रिलेशनशिप बनाएं:-
किसी भी बिजनेस की भांति, एक फ्रीलांसर के तौर पर कामयाबी पाने की कुंजी रिलेशनशिप बनाना है। इसका अर्थ न सिर्फ क्लाइंट्स से जुड़ना, नॉलेज शेयर करना तथा कैंपेन की प्रशंसा करना है बल्कि इसका अर्थ साथी फ्रीलांसरों के साथ चर्चा करना भी है। अन्य फ्रीलांसरों को अपनें प्रतिद्वंदी के तौर पर देखने की जगह, सहयोगात्मक तौर पर काम करें और अपने मार्ग में आने वाली ख्याति को देखें।

5-फ्लेक्सिबल और अपस्किल के लिए तैयार रहें:-
आप ये मानते हैं कि आपने अपने क्लाइंट के लिए अच्छा काम किया है, मगर हो सकता है कि क्लाइंट उस काम में कुछ परिवर्तन कराए इसलिए हमेशा फीडबैक के लिए तैयार रहें तथा प्रत्येक नकारात्मक पॉइंट को शालीनता से स्वीकार करें। जब फ्रीलांसिंग की बात आती है तो कामयाबी का सीक्रेट यह समझना है कि आपके क्लाइंट को क्या चाहिए तथा उनकी आपसे क्या अपेक्षाएं हैं। उनसे सवाल पूछे,  फीडबैक को शालीनता से लें और इंप्रूवमेंट करना जारी रखें।

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