जिस भी कंपनी का प्रोडक्ट मार्केट में आता हैं उसका प्रमोशन करना भी उतना ही ज़रूरी होता हैं.अगर उस प्रोडक्ट का प्रमोशन नही किया जायेगा तो वह लोगो के बीच लोकप्रिय नही हो पायेगा.किसी भी प्रोडक्ट को प्रमोट करना उसकी सर्विसिंग के बारे में लोगो को बताना यह सब काम होता हैं ब्रांड मैनेजर का.किसी भी प्रोडक्ट को लोगो की पसंद बनवाने में ब्रांडिंग का काफी बड़ा हाथ होता हैं. जिसकी वजह से ब्रांडिंग मैनेजर की मांग दिन पर दिन बढ़ती ही जा रही हैं.जिससे इसमें करियर के कई अवसर हैं.
ब्रांड मैनेजर का काम :- किसी भी प्रोडक्ट के लांच से लेकर उसकी सर्विस को मार्केट में प्रमोट करना यह सब काम होता हैं. ब्रांडिंग मैनेजर का.ब्रांडिंग मैनेजर प्रोडक्ट की बिक्री को बढ़ाने के लिए नए नए आइडियाज भी क्रिएट करते हैं.
करियर की शुरूआत :- ब्रांड मैनेजमेंट के लिए आप ग्रेजुएशन के बाद ब्रांड मैनेजमेंट से एमबीए कर सकते हैं.इसके अलावा एमबीए मार्केटिंग से स्पेशलाइजेशन करके इस करियर को शुरू किया जा सकता है.
करियर की संभावनाएं :- ब्रांड मैनेजमेंट में अपार करियर की सम्भावनाये हैं.ब्रांड मैनेजमेंट में पोस्ट ग्रेजुएशन करने के बाद फ्रेशर्स को एंट्री लेवल पर असिस्टेंट ब्रांड मैनेजर की जॉब मिल सकती है, इसके साथ ही अच्छे आइडियाज, परफॉर्मेंस और इनोवेशन से आप इसमें और अधिक सफलता पा सकते हैं.
जॉब के अवसर :- ब्रांड मैनेजर्स की मांग फार्मास्यूटिकल, मोबाइल, इंश्योरेंस, हेल्थकेयर कंपनियों, मीडिया हाउसेस, ऑटोमोबाइल कंपनीज में होती हैं.हर कंपनी में ब्रांड मैनेजर्स की मांग रहती ही हैं.
सैलेरी :- ब्रांड मैनेजर्स के तोर पर यदि आप फ्रेशर है तो आपको स्टार्टिंग सैलेरी पैकेज तीन से साढ़े तीन लाख प्रति वर्ष का मिल सकता हैं.आपकी सैलेरी आपकी कंपनी और संस्थान पर भी निर्भर करती हैं.
ब्रांड मैनेजर बनने के लिए ज़रूरी गुण :-
- ब्रांड मैनेजर बनने के लिए आपमें मोटिवेटेड और बड़ी जिम्मेदारियों के लिए तैयार रहना चाहिए
- अच्छी कम्युनिकेशन स्किल होना भी बेहद ज़रूरी हैं.
- सुपरविजन, प्रॉब्लम सॉल्विंग और प्लानिंग स्किल्स का होना भी बेहद ज़रूरी हों.