कोरोना वायरस ने पूरी दुनिया में अब तक लाखों लोगों को अपनी चपेट में ले लिया है. कई देश वायरस की दवा तलाशने में जुटे हुए है. ताकि जल्द से जल्द कोरोना वायरस के प्रसार को रोका जा सके. साथ ही बहुत से वैज्ञानिक कोरोना वायरस की प्रवृति पर भी रिसर्च कर रहे है. इन रिसर्च का मकसद कोरोना की प्रवृति को समझकर असरकारक दवा की तलाश करना है.
हाल ही में एक रिसर्च हुई है जिसमें दावा किया गया है कि कोरोना वायरस आंखों के माध्यम से भी शरीर में प्रवेश कर सकता है. यह बात सामने आने के बाद सिर्फ मास्क पहनकर अपने आप को सुरक्षित मानना संदेह के घेरे में आ गया है. कोरोना वायरस आमतौर पर फेंफड़े और श्वसन नली में अपनी संख्या बढ़ता है. जो सांसो के माध्यम से एक शरीर से दूसरे शरीर में प्रवेश करता है.
कोरोना के आंखों से फैलने वाली रिसर्च में दावा किया जा रहा है कि यदि किसी संक्रमित व्यक्ति की छींक या खांसी भूमि या किसी अन्य स्थान से स्वस्थ व्यक्ति की आंख की सतह पर गिरती है, तो वायरस वहां से कोशिकाओं में घुसपैठ करना शुरू कर सकता है. जिससे स्वस्थ व्यक्ति का कोरोना वायरस से संक्रमित होने की संभावना वैज्ञानिकों ने व्यक्त की है.
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