राजनीतिक बवाल के बीच नागरिकता संशोधन कानून को लेकर समाजवादी पार्टी के प्रदर्शन के बाद भड़की हिंसा के बाद पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शांति की अपील की है. अखिलेश यादव गुरुवार को लखनऊ से लखीमपुर खीरी गए थे. वहां से लौटने के बाद उनको लखनऊ सहित अन्य जिलों में हिंसक प्रदर्शन की जानकारी मिली.
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लखनऊ में सीएए विवाद पर भड़की हिंसा पर अखिलेश यादव ने की शांति अपील की है. अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा ने बहाना कर के नागरिकता संशोधन कानून लाने का काम किया. उन्होंने कहा कि इसका विरोध भी जरूरी है. उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि वो अपने हाथ में कानून व्यवस्था ना लें. अपना धरना-प्रदर्शन शांतिपूर्ण ढंग से करें. अखिलेश ने कहा कि अगर इसको लेकर लखनऊ तथा प्रदेश के अन्य जिलों में हिंसा हुई है तो इसकी जिम्मेदार भाजपा है. उन्होंने कहा कि अगर सरकार चाहती तो शांतिपूर्ण ढंग से धरना-प्रदर्शन हो जाता. लोकतंत्र में जनता की बात सुनी जाए. अखिलेश ने लोगों ने अपील करते हुए कहा कि जो राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का सत्याग्रह का रास्ता था वो उस रास्ते को अपनाएं, उसी से जीत हासिल होगी.
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इसके अलावा अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सिर्फ हर काम बलपूर्वक करने में भरोसा करती है.नोटबंदी के बाद जीएसटी को भी लागू करके पार्टी ने देश की कमर तोड़ दी. नोटबंदी के फैसले तो जनता को लगा कि यह हमारे हित में है. उसके बाद उन्होंने (भाजपा ) जीएसटी लागू किया। इन जबरिया फैसलों से भाजपा ने देश की अर्थव्यवस्था को चौपट कर दिया. अब नागरिकता संशोधन कानून से यह लोग सभी का अमन-चैन छीनने के प्रयास में लगे हैं.
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